
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ 2 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने की सफल लैंडिंग।
फ्लोरिडाः भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर के साथ करीब 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद धरती पर आज बुधवार को कुशलपूर्वक वापस लौट आई हैं। अब उन्हें अगले 45 दिनों तक मेडिकल टीम की निगरानी में रखा जाएगा। ड्रैग कैप्सूल से बाहर निकलते ही सुनीता विलियम्स उनके साथी बुच विल्मोर समेत अलेक्जेंडर गोर्बुनोव व निक हेग ने हाथ हिलाकर और अंगूठा दिखाकर अभिवादन किया।
बता दें कि 5 जून 2024 को उन्हें करीब 1 हफ्ते के लिए अंतरिक्ष में भेजा गया था। मगर स्टारलाइनर के कैप्सूल में तकनीकी खराबी आ जाने के बाद उन्हें 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कैबिनेट साथी एलन मस्क से सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को धरती पर वापस लाने का आदेश दिया था। आज भारतीय समयानुसार करीब 3.27 बजे स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने फ्लोरिडा के समंदर में सफल लैंडिंग की।
ऐसे पूरी हुई प्रक्रिया
फ्लोरिडा के समुद्र तट पर उतरने से पहले ड्रैगन कैप्सूल ने अपने चारों पैराशूट को हवा में बाहर सफलतापूर्वक खोल दिया। इस यान ने करीब 17 घंटे की यात्रा करके अंतरिक्ष से समंदर की सतह पर सफल लैंडिंग की। सुनीता विलियम्स को लाने के लिए दो अंतरिक्ष यात्री नासा के निक हेग और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी साथ रहे। अंतरिक्ष यान ने 2:41 बजे डीऑर्बिट बर्न शुरू किया (यह एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जिसमें अंतरिक्ष यान अपने इंजन को चालू करता है और जिस दिशा में यात्रा कर रहा है, उस दिशा में घूम जाता है, जिससे उसकी गति धीमी हो जाती है)। इसके 44 मिनट बाद 3:27 बजे कैप्सूल नीचे की ओर उतरा। क्रू-9 को सुबह 10:35 बजे (IST) समयानुसार अनडॉक किया गया। नासा ने स्पेसक्राफ्ट को स्पेस स्टेशन से अलग होते हुए एक वीडियो शेयर किया।
एलन मस्क को दी गई थी जिम्मेदारी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सफल वापसी के लिए एलन मस्क को इसका जिम्मा सौंपा था।
एलन मस्क ने स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल क्रू-9 को अंतरिक्ष भेजा था, जिसको अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस मिशन के लिए फाल्कन 9 रॉकेट के ऊपर ड्रैगन कैप्सूल को लॉन्च किया गया था। क्रू-10 ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर क्रू-9 की जगह ले ली है।
ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन पर लगाया था आरोप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को 9 महीने तक अंतरिक्ष में फंसाने के लिए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन पर आरोप लगाया था। बता दें कि इन अंतरिक्ष यात्रियों को सिर्फ 8 दिन के लिए भेजा गया था, लेकिन उन्हें 9 महीने तक वहां रहना पड़ गया। स्टारलाइनर कैप्सूल के प्रोपल्शन में समस्या आने के बाद वे फंस गए थे। उड़ान भरने के लिए अयोग्य माने जाने के बाद, यह कैप्सूल सितंबर 2024 में बिना क्रू के वापस लौट आया था। इस प्रकार उनकी वापसी को लेकर अनिश्चितता के बीच नासा ने फिर से स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन को सितंबर में लांच किया। ताकि इन फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जगह बनाई जा सके। इसके बाद अब दो सदस्यीय चालक दल के साथ एक ड्रैगन अंतरिक्ष यान भेजा गया।
अब क्या होंगी चुनौतियां
सुनीता विलियम्स और बुच के लिए अब आगे कई तरह की शारीरिक और मानसिक चुनौतियां होंगी। 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद उनकी हड्डियों और मांसपेशियों का काफी क्षय हो चुका है, जिसे अब विकिरण जोखिम और दृष्टि हानि जैसी चुनौतियां हैं। ऐसी समस्याओं का सामना अंतरिक्ष यात्रियों को लंबे समय तक वहां रहने के बाद पृथ्वी पर लौटने पर करना पड़ता है। गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण हड्डियों का घनत्व काफी कम हो जाता है और अक्सर इसकी भरपाई नहीं हो पाती। नासा के अनुसार अंतरिक्ष में हर महीने, अगर अंतरिक्ष यात्री इस नुकसान से बचने के लिए सावधानी नहीं बरतते हैं तो उनकी वजन सहन करने वाली हड्डियाँ लगभग एक प्रतिशत कम घनी हो जाती हैं।