
आग में दर्जनों गाड़ियां जलकर खाक हो गईं।
नई दिल्ली: दिल्ली के नेहरू प्लेस स्थित पुलिस मालखाने में गुरुवार दोपहर आग लगने से ट्रैफिक पुलिस द्वारा जब्त की गई 100 से ज्यादा गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना के सिलसिले में एक FIR दर्ज की गई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं है। उन्होंने बताया कि आग लगने के संबंध में दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर फोन आया था। शुरू में दिल्ली फायर सर्विस यानी कि DFS ने कहा था कि मालखाने में खुले क्षेत्र में रखे दोपहिया, तिपहिया और चार पहिया गाड़ियों सहित लगभग 50 गाड़ियों में आग लगी है।
‘लपटों पर काबू पाने में तीन घंटे से भी ज्यादा का समय लगा’
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आग को पूरी तरह से बुझाने की प्रक्रिया जारी है, लेकिन अंदाजा है कि 100 से ज्यादा गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। उन्होंने कहा, ‘शुरू में पुलिस ने दमकल की 6 गाड़ियां मौके पर भेजी थीं। सूचना मिली है कि आग में कुछ ऐसी गाड़ियां भी जल गईं, जिन्हें आपराधिक मामलों में जब्त किया गया था।’ वहीं, DFS के अधिकारी ने कहा, ‘आग की लपटों पर काबू पाने में तीन घंटे से भी ज्यादा का समय लगा। घटना की जांच की जा रही है।’ सूत्रों ने बताया कि यह मालखाना दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का है और ट्रैफिक हेडक्वॉर्टर के अधिकारी प्रभावित गाड़ियों की संख्या की जांच करने के लिए तुरंत मौके पर पहुंच गए।
‘जली हुई गाड़ियों के मामले में कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा’
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट से पता चलता है कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा बड़ी संख्या में जब्त की गई दोपहिया और चारपहिया गाड़ियां (जिनमें दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियां भी शामिल हैं) इस मालखाने में रखे गए थे। आग लगते ही पूरे इलाके में धुएं का गुबार फैल गया, जो दूर से ही दिखाई दे रहा था। आग इतनी भीषण लगी हुई थी कि इसने तेजी से कई गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि जली हुई गाड़ियों के मामले में कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा और केवल बीमा राशि (यदि कोई हो) का ही दावा किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि आग लगने के कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है।