• तस्वीर में आप तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित नए पंबन ब्रिज को देख रहे हैं जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करने वाले हैं। इस पुल की न सिर्फ तस्वीरें खूबसूरत आई हैं बल्कि यह बेहद खास भी है।

    Image Source : x.com/GMSRailway

    तस्वीर में आप तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित नए पंबन ब्रिज को देख रहे हैं जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करने वाले हैं। इस पुल की न सिर्फ तस्वीरें खूबसूरत आई हैं बल्कि यह बेहद खास भी है।

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    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल को रामेश्वरम में भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट समुद्री पुल का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री कई अन्य परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

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    रेल मंत्रालय ने कहा, ‘पंबन पुल विरासत और नयी प्रौद्योगिकी का बेहतरीन मिश्रण है, जो शानदार दृश्य पेश करता है। इस राम नवमी पर भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल का उद्घाटन होने जा रहा है।’

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    पंबन पुल को 550 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। इस पुल का बहुत गहरा सांस्कृतिक महत्व है।

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    खास बात ये है कि समुद्री जहाज के गुजरने पर पुल का हिस्सा ऊपर उठ जाएगा, जिसमें सिर्फ 5 मिनट लगेंगे जबकि पुराने पुल को उठाने में एक घंटा लग जाता था। ब्रिज को ऊपर उठाने में ज्यादा मैनपावर की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।

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    नए पंबन पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड यानी कि RVNL के द्वारा किया गया है, जो रेलवे मंत्रालय के तहत काम करने वाला एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है।

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    यह पुल 100 वर्षों तक 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेन परिचालन के लिए सुरक्षित है। विशेषज्ञ समिति ने इस पुल के सभी पहलुओं की गहन जांच की है।

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    RVNL के निदेशक एम. पी. सिंह ने कहा कि हालांकि यह पुल 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से रेलगाड़ियां चलाने के लिए सुरक्षित है, लेकिन रामेश्वरम छोर की ओर इसके झुकाव के कारण, गति सुरक्षित रूप से 80 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई है।

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    सिंह ने कहा कि एक्सपर्ट कमिटी ने पुल के डिजाइन और अन्य सभी चिंताजनक बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया और पाया कि वे प्रासंगिक प्रावधानों के अनुरूप हैं। उन्होंने बताया कि IIT बॉम्बे और IIT मद्रास भी डिजाइन की पड़ताल में शामिल थे।





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