भारतीय शेयर बाजार निवेशकों के लिए आज काफी चैलेंजिंग दिन होने वाला है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अमेरिकी शेयर बाजार में आए बवंडर के बाद घरेलू शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ खुल सकते हैं। चीन द्वारा अमेरिकी सामान पर नए टैरिफ लगाने के बाद वॉल स्ट्रीट में लगातार दूसरे सत्र में गिरावट देखी गई। आज भी अमेरिकी शेयर वायदा में गिरावट से वॉल स्ट्रीट में फिर बड़ी गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। इसका असर आज भारतीय बाजार पर होने की पूरी संभावना है। ट्रेड वॉर छिड़ने के बाद मंदी की चिंताओं के कारण दुनियाभर के बाजारों में बिकवाली शुरू हुई है।
कहां तक टूट सकता है बाजार?
बाजार एक्सपर्ट के अनुसार, सोमवार के कारोबार के दौरान निफ्टी 50 22,500 तक गिर सकता है। टेक्निकल रूप से, निफ्टी 50 सभी मूविंग एवरेज सपोर्ट से नीचे आ गया है, जो आगे और गिरावट की संभावना को दर्शाता है। सपोर्ट 22,600 पर है। ऊपर की ओर, किसी भी रिकवरी को 23,100-23,400 क्षेत्र में कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। दिलचस्प बात यह है कि बैंकिंग इंडेक्स मजबूती दिखा रहा है और बेहतर प्रदर्शन करना जारी रख सकता है। इसे 50,700 पर तत्काल समर्थन है, जबकि 50,000 के आसपास मजबूत सपोर्ट है।
काफी उतार-चढ़ाव रहने की आशंका
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह अमेरिकी जवाबी शुल्क की चिंता और क्षेत्र आधारित विशेष शुल्क की घोषणा की संभावना के बीच भारतीय बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहने की आशंका है। उन्होंने कहा, इसके अलावा, 9 अप्रैल को आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों की घोषणा होगी। बाजार रेपो दर में चौथाई प्रतिशत की कटौती की उम्मीद कर रहा है। 10 अप्रैल को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के साथ कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों के सत्र की शुरुआत होगी। ये सारे फैक्टर्स बाजार पर असर डालेंगे।
क्या करें रिटेल निवेशक?
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप छोटे निवेशक हैं तो अभी बाजार से दूर रहना बेहतर होगा। कोई भी नया निवेश नहीं करें। मिड कैप और स्मॉल कैप स्टॉक में निवेश से बचें। बाजार स्थिर होने का इंतजार करें। हां, बाजार की इस गिरावट में अपनी पसंद की स्टॉक को छांटने का काम करें। जब यह बवंडर थमेगा तो निवेश करना शुरू करें। अगर म्यूचुअल फंड में सिप के जरिये निवेश करते हैं तो जारी रखें। यह मौका अधिक यूनिट्स पाने का है।