
मृतक सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह (फाइल फोटो)
पंजाब में तरनतारन के कोट मोहम्मद खान गांव में दो पक्षों के बीच विवाद सुलझाने गए सब इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हमले में पंजाब पुलिस के दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और एक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। श्री गोइंदवाल साहिब थाने के सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह दो पक्षों के बीच झगड़े की शिकायत मिलने पर पुलिस पार्टी के साथ सुलह कराने पहुंचे थे। इसी दौरान आरोपियों ने उन पर गोली चला दी गई। लोगों के हमले में दो पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री गोइंदवाल साहिब थाने के अंतर्गत गांव कोट मोहम्मद खान में पिछले कुछ दिनों से दो पक्षों में विवाद चल रहा था। पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को समय दिया। बुधवार देर रात जब दोनों पक्षों में फिर से झड़प हुई तो पुलिस में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई।
गोलीबारी से रोका तो पुलिस पर हमला
झड़प की शिकायत मिलने पर श्री गोइंदवाल साहिब थाने के सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह पुलिस पार्टी के साथ गांव कोट मोहम्मद खान पहुंचे। दोनों पक्षों के बीच चल रहे विवाद को शांत करने की कोशिश करते समय कुछ लोगों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इस बीच, सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। जब पुलिस दल ने हमलावरों को गोलीबारी करने से रोकने की कोशिश की तो कुछ पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया। इस दौरान वह घायल हो गए।
अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
गंभीर रूप से घायल सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह को जब तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। देर रात इस घटना की जानकारी मिलने पर डीआईजी फिरोजपुर रेंज के एसएसपी हरमन बीर सिंह गिल भी मौके पर पहुंचे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। वहीं, विपक्ष ने इस घटना को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। शिरोमणी अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के सरपंच ने पुलिस की मौजूदगी में सब इंस्पेक्टर की हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में सरपंच समेत 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
दो करोड़ के मुआवजे का ऐलान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने एक्स पर लिखा “तरनतारन जिले में ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह की बहादुरी को सलाम। उनकी अदम्य हिम्मत और सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को हमेशा याद रखा जाएगा। पंजाब सरकार 1 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करेगी और एचडीएफसी बैंक 1 करोड़ रुपये की अतिरिक्त बीमा राशि का भुगतान करेगा। हम अपने शहीदों और उनके परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं। उनका बलिदान हम सभी को सम्मान और बहादुरी के साथ अपना कर्तव्य निभाने के लिए प्रेरित करता है।”
(तरनतारन से विशाल शर्मा की रिपोर्ट)