
शिवम दुबे और डेवोन कॉन्वे
चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम आईपीएल में एक और मैच हार गई। ये क्रिकेट है और इसमें हार जीत लगी ही रहती है, लेकिन हार जब ऐसी शर्मनाक हो तो दुख और दर्द दे जाती है। आईपीएल के इतिहास में जो काम सीएसके के साथ कभी नहीं हुआ था, वो दिन देखना पड़ गया है। वो भी एमएस धोनी जैसे दिग्गज कप्तान की कप्तानी में। केकेआर ने सीएसके को ऐसा जख्म दिया है, जो शायद उसे आने वाले कई साल तक सालती रहेगी।
सीएसके की आईपीएल में बॉल शेष रहते ये सबसे बड़ी हार
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर केवल 103 रन ही बना सकी। जो काफी छोटा स्कोर था। जब केकेआर के स्पिनर्स यानी सुनील नारायण, वरुण चक्रवर्ती और मोईन अली जब अपना जलवा दिखा रहे थे, तब याद ये भी आ रहा था कि चेन्नई के पास भी वर्ल्ड क्लास स्पिनर हैं। रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी है और अफगानिस्तान के नूर अहमद भी टीम के पास हैं, जो अपना जलवा दिखा सकते हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स मैच तो पहली पारी में ही हार चुकी थी, लेकिन ये इतनी शर्मनाक होगी, ये किसी को नहीं पता था। लेकिन केकेआर ने इस स्कोर को केवल 10.1 एक ओवर में ही हासिल कर लिया। यानी जब मैच खत्म हुआ उस वक्त तक 59 बॉल फेंकी जानी बाकी थीं। आईपीएल के इतिहास में अगर बॉल शेष रहते चेन्नई सुपरकिंग्स की हार की बात की जाए तो ये सबसे बड़ी हार है, यानी इतनी गेंद शेष रहते चेन्नई की टीम कभी आईपीएल का मैच नहीं हारी थी। लेकिन अब वो दिन भी देखने को मिल गया है।
आईपीएल में पहली बार चेन्नई की टीम बैक टू बैक चार मैच हारी
अभी शर्मनाक कहानी खत्म नहीं होती है। चेन्नई सुपरकिंग्स को इस साल के आईपीएल में पहले मैच में जीत मिली थी, इसके बाद टीम एक अदद जीत के लिए तरस रही है। चेन्नई सुपरकिंग्स लाइन से चार मैच हार चुकी है। आईपीएल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम लगातार चार मैच लाइन से हारी हो। टीम ने पहले मैच में 23 मार्च को मुंबई इंडियंस को चार विकेट से हराकर अभियान का शानदार आगाज किया था। लेकिन इसके बाद हार का जो सिलसिला शुरू हुआ है, वो टूटने का नाम ही नहीं ले रहा है। दूसरे मैच में उसे आरसीबी से 50 रन से हार मिली। इसके बाद तीसरे मैच में राजस्थान रॉयल्स ने 6 रन से पटकनी दे दी। चौथे मैच में दिल्ली कैपिटलस ने भी चेन्नई को 25 रन से हरा दिया। इसके बाद पंजाब किंग्स ने 18 रन से मात दी। अब कोलकाता ने उसे 8 विकेट से पछाड़ दिया है।
चेन्नई की किला भी अब भेद दिया गया है, पहली बार यहां टीम तीन मैच लगातार हारी
एक वक्त था, जब चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम को सीएसके का गढ़ कहा जाता था। कोई भी टीम यहां मैच से पहले दस बार अपनी रणनीति पर विचार करती थी कि इस गढ़ को कैसे भेदा जाए। लेकिन अब विरोधी टीम के लिए ये बाएं हाथ का खेल हो गया है। आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब सीएसके की टीम अपने घर पर यानी चेन्नई में बैक टू बैक तीन मैच एक ही सीजन में हारी हो। अब कोई भी टीम यहां आकर सीएसके को चारोखाने चित्त कर दे रही है। यही वजह है कि टीम इस वक्त अंक तालिका में नौवें स्थान पर है। अब यहां से नया आत्मविश्वास लाकर टीम को नए सिरे से खड़ा करना और जीत दर्ज करना आसान काम तो कतई नहीं होने वाला। धोनी इससे कैसे निपटेंगे, ये देखना होगा।