
मुर्शिदाबाद में तैनात बीएसएफ के जवान
वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को हिंसा भड़क गई। इस हिंसा के चलते 3 लोगों की मौत हो गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिले में जगह-जगह आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुईं। मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर गृह मंत्रालय एक्शन में आ गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा प्रभावी क्षेत्र पर नियंत्रण के लिए सीआरपीएफ और आरएएफ की कंपनियां आज भेजेगी।
भेजी जाएंगी बीएसएफ की 5 कंंपनियां
गृह मंत्रालय ने प्रभावित क्षेत्र में बीएसएफ की 5 कंपनियां भेजने का फैसला किया है। इसमें 400 से अधिक जवान शामिल हैं। अब तक दो प्रभावित क्षेत्रों में 300 बीएसएफ जवान तैनात हैं। सोमवार से कुल 700 जवान तैनात किए जाएंगे।
BSF ने हवा में चलाईं 20-30 राउंड की गोलियां
बीएसएफ ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के वीडियो रिकॉर्ड किए हैं। इसमें दिखाया गया कि उन पर पेट्रोल बम फेंके गए हैं। जल्द ही फेस मैपिंग की जाएगी। बीएसएफ ने हवा में इंसास और पिस्तौल से लगभग 20-30 राउंड गोलियां चलाईं, ताकि कोई घायल न हो और उपद्रवियों को तितर-बितर किया जा सके।
हिंसा की रिपोर्ट गृह मंत्रालय भेजी गई
मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर आईजी करणी सिंह शेखावत और एडीजी रवि गांधी को रिपोर्ट भेजी गई है। मुर्शिदाबाद की स्थिति पर विश्लेषण के साथ रिपोर्ट डीजी दलजीत सिंह को भेजी गई और वही रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी गई है।
हिंसा प्रभावित क्षेत्र में सामान्य की जा रही है स्थिति
जवानों की अधिक तैनाती के बारे में आज सुबह आगे का विश्लेषण किया जाएगा। पुलिस की मदद के लिए शुरू में सैनिकों को सीमा क्षेत्र से हटाया गया है। स्थिति नियंत्रित है, लेकिन अप्रत्याशित है। बीएसएफ पुलिस के साथ स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रही है। हिंसा को रोकने के लिए गैर-घातक हथियार का प्रयोग पहली प्राथमिकता है।