
ममत बनर्जी
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इमामों के साथ बैठ के दौरान आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साथा। उन्होंने इन दोनों नेताओं पर वक्फ बिल का समर्थन करने और चुप रहने का आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार चुपचाप बैठे हैं, आपको (नायडू और नीतीश) वक्फ बिल के समर्थन में वोट देना चाहिए था? नहीं देना चाहिए था।
हिंसा को बताया पूर्व नियोजित
वक्फ संशोधन कानून के विरोध में इमामों के साथ एक बैठक में उन्होंने मुर्शिदाबाद में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा को ‘‘पूर्व नियोजित’’ करार दिया। उन्होंने बीएसएफ, भारतीय जनता पार्टी तथा केंद्रीय एजेंसियों के एक वर्ग पर कथित तौर पर बांग्लादेश से सीमा पार घुसपैठ कराकर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में अस्थिर हालात के बावजूद केंद्र सरकार ने सीमा पार से अवैध प्रवेश की अनुमति दी।
ममता ने मुआवजे का किया ऐलान
ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘ मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करूंगी कि वह अमित शाह पर नजर रखें, वह अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं।’’ बनर्जी ने कहा, ‘‘ मुझे ऐसी खबरें मिली हैं जिनमें मुर्शिदाबाद में अशांति के पीछे सीमा पार से आए तत्वों की भूमिका का दावा किया गया है। क्या सीमा की सुरक्षा में बीएसएफ की भूमिका नहीं है? राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा नहीं करती है। केंद्र सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’’ मुख्यमंत्री ने हिंसा के दौरान मारे गए तीन लोगों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की और राज्य के मुख्य सचिव को को बीएसएफ की भूमिका की जांच शुरू करने का निर्देश दिया।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीएसएफ ने गोलीबारी की जिसके चलते एक शख्स की मौत हो गई। ममता बनर्जी ने बीजेपी से जुड़े बाहर के लोगों पर राज्य में घुसने और हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “उन्होंने बाहर से भाजपा के गुंडों को आने और अराजकता पैदा करने की अनुमति क्यों दी? जवाबदेही तय होनी चाहिए। वे हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करना और ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। वे अपनी जुमला सरकार चाहते हैं। देश को विभाजित नहीं बल्कि सभी को एकजुट करिए।’’ (इनपुट-भाषा)