
मनोज बाजपेयी।
बॉलीवुड के शानदार एक्टर मनोज बाजपेयी उन चंद अभिनेताओं में से एक हैं, जिन्हें बॉलीवुड में कंटेट का किंग माना जाता है। उन्होंने हमेशा ही फिल्मों को चुनते समय कंटेंट का खास ध्यान रखा। जहां एक ओर उनके साथी कलाकारों का ध्यान पूरी तरह से कॉमर्शियल फिल्मों पर था, वहीं मनोज का फोकस कुछ हटके वाली फिल्मों पर रहा। अलग-अलग शैलियों की फिल्मों में उन्होंने कई बेहतरीन किरदार निभाए हैं। तीन राष्ट्रीय पुरस्कार, छह फिल्मफेयर पुरस्कार और दो एशिया पैसिफिक स्क्रीन पुरस्कार के साथ मनोज बाजपेयी भारत के सबसे शानदार एक्टर्स की लिस्ट में शामिल हैं। इतना ही नहीं उन्हें भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए साल 2019 में पद्म श्री पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
दो शादिया, पहली आज भी राज
अगर हम उनके अभिनय करियर की अब तक की कुछ सबसे बड़ी हिट फिल्मों की बात करें तो इसमें ‘बैंडिट क्वीन’, ‘सत्या’, ‘कौन?’, ‘अक्स’, ‘रोड’, ‘एलओसी: कारगिल’, ‘शूल’, ‘पिंजर’, ‘राजनीति’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘स्पेशल 26’, ‘अलीगढ़’, ‘भोंसले’, ‘जोरम’ के साथ ही कई अन्य फिल्में शामिल हैं। अपने दमदार अभिनय से बड़े पर्दे पर छाने के अलावा मनोज बाजपेयी ने ‘द फैमिली मैन’ में अपने काम से ओटीटी स्पेस में भी हलचल मचा दी। इस सीरीज ने एक्टर को नई पीढ़ी का भी फेवरेट बना दिया। हर कोई मनोज बाजपेयी के फिल्मी करियर से जुड़ी हर बात जानता है, लेकिन बहुत कम लोग ही उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में जानते हैं, जो उतनी सुलझी हुई नहीं है जितनी उनकी प्रोफेशनल लाइफ रही। एक्टर ने एक नहीं बल्कि दो बार शादी कीं।
लंबी डेटिंग के बाद की दूसरी शादी
जी हां! आपने सही पढ़ा। मनोज बाजपेयी ने दो बार शादी की है। शबाना रजा के साथ उनकी दूसरी शादी के बारे में ज्यादातर लोग जानते हैं। मनोज बाजपेयी की पहली शादी के बारे में समाज के एक बड़े हिस्से को जानकारी नहीं है। मनोज बाजपेयी की पहली शादी के बारे में बात करने से पहले, आइए उनकी मौजूदा पत्नी शबाना रजा के बारे में बताते हैं जिनसे उनकी एक इंटरफेथ मैरिज हुई है। आठ साल तक मनोज और शबाना ने एक दूसरे को डेट किया और फिर दोनों ने साल 2006 में शादी कर ली। साल 2011 में उनके घर बेटी का जन्म हुआ। उनकी बेटी का नाम एवा नायला है। मनोज बाजपेयी की पत्नी शबाना रजा भी पेशे से एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने ‘करीब’, ‘होगी प्यार की जीत’, ‘फ़िज़ा’, ‘राहुल और आत्मा’ जैसी फिल्मों में काम किया है। अब वो फिल्म निर्माता बन गई हैं और एक्टिंग से पूरी तरह दूरी बना ली है। मनोज की फिल्म की स्क्रिप्ट तय करने में भी शबाना मदद करती हैं।
नहीं चली पहली शादी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मनोज बाजपेयी ने बिहार के बेलवा में अपने गृहनगर में रहते हुए पहली शादी कर ली थी। यह एक अरेंज मैरिज थी जिसे उनके माता-पिता राधाकांत बाजपेयी और गीता देवी ने तय किया था। शादी के बाद मनोज एक्टिंग में अपनी किस्मत आजमाने मुंबई चले गए। मुंबई में सपने और आकांक्षाएं लेकर आने वाले ज्यादातक एक्टर्स की तरह ही मनोज को भी कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। वह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उस कठिन दौर के दौरान मनोज बाजपेयी की शादीशुदा जिंदगी में दरार आने लगी और कथित तौर पर आर्थिक तंगी ने उनके तलाक का रास्ता तैयार कर दिया। अभिनेता ने इस बारे में कभी खुलकर बात नहीं की और अपनी पहली पत्नी की पहचान और पृष्ठभूमि को गुप्त रखा। यह वास्तव में अभिनेता के लिए एक कठिन दौर था, लेकिन उन्होंने अपने सपने के लिए काम करना जारी रखा।
इस फिल्म से पलटी किस्मत
आखिरकार उन्हें 1994 में अपने दृढ़ संकल्प का इनाम मिला जब उन्होंने 1994 में गोविंद निहलानी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘द्रोहकाल’ से अपने अभिनय की शुरुआत की। यह सिर्फ एक मिनट का रोल था, लेकिन शेखर कपूर का ध्यान खींचने के लिए यह काफी था, जिन्होंने मनोज बाजपेयी को अपनी फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ में एक छोटा सा रोल दिया। फिल्म इंडस्ट्री में अपने डेब्यू के चार साल बाद, मनोज को राम गोपाल वर्मा ने अपनी फिल्म ‘सत्या’ में ‘भीकू म्हात्रे’ की भूमिका निभाने के लिए साइन किया और इसके बाद एक्टर की किस्मत पलट गई।