
मदरसे के छात्र और खंडित शिव मूर्ति
तेलंगाना से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। यहां मंगलवार शाम को कुछ मदरसा छात्रों ने मंडल मुख्यालय जिन्नाराम में शिव मंदिर के पास स्थापित भगवान शिव की मिट्टी की मूर्ति को तोड़ दिया। यह देख ग्रामीणों ने मदरसे के छात्रों से पूछताछ की। इससे वे भागकर जिन्नाराम स्थित मदरसे में चले गए। इसके बाद ग्रामीणों और कई संगठनों ने उन्हें दंड देने की मांग लेकर धरना दिया।
मदरसे के छात्रों ने तोड़े शिव जी की मूर्ति
मामला मंडल मुख्यालय जिन्नाराम का है, जहां पास में एक शिवमंदिर है। यहां बीते दिन कुछ मदरसा छात्रों ने भगवान शिव की मूर्ति को तोड़ डाला। फिर जब उनसे ग्रामीणों ने पूछा कि ऐसा क्यों किया तो वे पास में ही एक मदरसे में जाकर छिप गए। इसके बाद लोगों ने छात्रों को बाहर निकालने की मांग की, लेकिन मदरसे वालों ने किसी की एक न सुनी और बात को टालते रहे। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। फिर जिन्नाराम मंडल के ग्रामीणों, युवाओं और हिंदू कार्यकर्ताओं ने मदरसे के सामने धरना दिया। उन्होंने भगवान शिव की मिट्टी की मूर्ति को नष्ट करने वाले छात्रों को तत्काल दंडित करने की मांग की। ग्रामीणों ने मांग की कि आतंकवादियों को ट्रेनिंग देने वाले इस मदरसे को तुरंत जिन्नाराम से बाहर किया जाए।
ग्रामीणों ने की यह मांग
ग्रामीणों ने कहा कि जब तक मदरसा यहां से नहीं हटाया जाता, वे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं, हिंदू नेताओं ने मांग की कि सरकार और पुलिस मदरसे के उन मुस्लिम छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे जिन्होंने भगवान शिव की मिट्टी की मूर्ति को नष्ट किया, साथ ही इसमें सहायता करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। देर रात्रि तक मदरसे के सामने लोगों ने धरना दिया। इसके बाद डीएसपी रविन्द्र रेड्डी घटनास्थल पर पहुंचे। डीएसपी ने कहा कि प्रदर्शनकारी हिंदुओं से बात की गई है। भगवान शिव की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए कदम उठाए जाएंगे।
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