
कांग्रेस सांसद प्रद्युत बोरदोलोई और विधायक सिबामोनी बोरा पर हमला
असम में पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस सांसद प्रद्युत बोरदोलोई और विधायक सिबामोनी बोरा पर हमला किया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों नेता रविवार को नगांव जिले में पंचायत चुनाव की बैठक में भाग लेने जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में अज्ञात बदमाशों ने बोरदोलोई और बोरा पर हमला किया। दोनों नेताओं को मामूली चोटें आईं, लेकिन उनके वाहनों को ज्यादा नुकसान हुआ है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना धींग पुलिस थानक्षेत्र अंतर्गत अपर-दमदमिया गांव में हुई। कांग्रेस सांसद और विधायक पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक प्रचार बैठक में भाग लेकर दूसरी बैठक में जा रहे थे। इसी दौरान उन पर हमला हो गया। हमले के बाद कांग्रेस नेताओं को पास के स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और उनका प्राथमिक उपचार किया गया।
10-12 बदमाशों ने किया हमला
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘बालिकातिया में एक चुनावी बैठक में भाग लेने के बाद बोरदोलोई असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के प्रवक्ता मोहसिन खान और बोरा के साथ एक अन्य बैठक में भाग लेने के लिए जेनगोनी गांव की ओर बढ़ रहे थे। उसी समय, काले कपड़े पहने 10-12 नकाबपोश बदमाशों के एक गिरोह ने सुनसान जगह पर काफिले को रोका और उन पर हमला कर दिया।’’
भाजपा सरकार पर लगाए आरोप
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमले में बोरदोलोई और बोरा के पीएसओ घायल हो गए। सांसद ने सोलगुरी चौकी में प्राथमिकी दर्ज कराई है। अपराधियों को पकड़ने के लिए जांच जारी है।’’ घटना के बारे में बात करते हुए बोरदोलोई ने कहा कि गुंडों ने उन पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन वे वाहनों से उतर गए और खुद को बचाने के लिए वाहनों की आड़ में छिप गए। कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘उन्होंने हमें लाठी और रॉड से मारने की कोशिश की, लेकिन वाहन की आड़ में छिपे होने के कारण हमें मामूली चोटें आईं।’’ बोरदोलोई ने घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि आगामी पंचायत चुनावों के मद्देनजर सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा यह हमला कराया गया।
विधानसभा चुनाव के दौरान भी हुए थे हमले
बोरदोलोई ने कहा, “विधानसभा उपचुनाव के दौरान समागुरी निर्वाचन क्षेत्र में भी इसी तरह के हमले हुए थे। बाद में जिले में कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन पर भी हमला किया गया लेकिन हमलावर अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस ने कुछ नहीं किया है।” बोरा ने कहा कि एक नेता के तौर पर उन्होंने अपने पूरे जीवन में कभी इस तरह के हमले का सामना नहीं किया है। उन्होंने कहा, “विधायक बनने के बाद मुझ पर यह तीसरा हमला है। सत्तारूढ़ भाजपा राज्य में राजनीति को निम्नतम स्तर पर ले गई है।” असम के 27 जिलों में निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के बाद पहली बार दो और सात मई को दो चरणों में पंचायत चुनाव होंगे। दोनों चरणों के लिए मतों की गिनती 11 मई को एक साथ होगी।
केसी वेणुगोपाल बोले- राज्य में गुंडा राज
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि असम ‘‘ राज्य प्रायोजित गुंडा राज’’ की गिरफ्त में है और कांग्रेस तथा हिमंत विश्व शर्मा सरकार के विरोधी उनके मुख्य निशाने पर हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (असम के प्रभारी) जितेंद्र सिंह ने असम में पार्टी के दो नेताओं पर ‘‘क्रूर और पूर्वनियोजित हमले’’ की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘हम भय की राजनीति के आगे नहीं झुकेंगे। असम इसका जवाब देगा- वोट, दृढ़ता और लोकतंत्र में अटूट विश्वास के साथ।’’ (इनपुट- पीटीआई भाषा)