Truecaller, Spoof calling
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ट्रू कॉलर

Truecaller ने फ्रॉड वाले कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए नया Secure Calls फीचर रोल आउट किया है। यह फीचर यूजर्स को फर्जी कॉल्स से बचाने का काम करेगा। स्विडिश कॉलर आईडी ऐप बनाने वाली कंपनी ने इस फीचर को नए अपडेट में जोड़ा है। यह फीचर खास तौर पर एंटरप्राइज यूजर्स को वेरिफिकेशन बैज देने के लिए है, ताकि यूजर्स को यह आसानी से पता चल सके कि आने वाली मार्केटिंग कॉल सही है या नहीं।

Secure Call फीचर लॉन्च

कंपनी ने अपने इस फीचर को लॉन्च करते हुए कहा कि यह फीचर Truecaller के बिजनेस प्लेटफॉर्म के लिए है, जो बढ़ते साइबर फ्रॉड्स की घटनाओं को देखते हुए लाया गया है। खास तौर पर कॉल स्पूफिंग को रोकने के लिए कंपनी ने इस फीचर को लॉन्च किया है। रियल स्टेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी NoBroker ने ट्रू कॉलर के इस नए Secure Calls फीचर को सबसे पहले सब्सक्राइब किया है। ट्रू कॉलर को उम्मीद है कि और भी बिजनेस फर्म इस फीचर के जरिए खुद को एनरॉल करवाएंगे।

फर्जी मार्केटिंग कॉल्स की होगी पहचान

Truecaller के इस सिक्योर कॉल फीचर के जरिए बैकएंड लेवल पर एंटरप्राइज को व्हाइटलिस्ट करने का काम किया जाएगा, ताकि यूजर्स के पास अगर कोई फर्जी कॉल आएगा तो उन्हें उसके बारे में पता चल जाएगा। ट्रू कॉलर इस फीचर के जरिए जेनुइन बिजनेस प्लेटफॉर्म को लेबल करने का काम करेगा। यह फीचर यूजर्स के मोबाइल पर डेली बेसिस पर आने वाले फर्जी कॉल्स को रोकने का काम करेगा।

हालांकि, दूरसंचार नियामक और दूरसंचार विभाग पहले से ही टेलीकॉम यूजर्स के क्वालिटी ऑफ सर्विस को लेकर काफी सख्त है। पिछले साल TRAI ने दूरसंचार कंपनियों को अपनी क्वालिटी ऑफ सर्विस को सुधारने के लिए नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। खास तौर पर फर्जी कॉल्स को रोकने के लिए दूरसंचार कंपनियो को नए DLT सिस्टम को लागू करने के लिए कहा है। यह सिस्टम नेटवर्क लेवल पर ही फर्जी कॉल्स को ब्लॉक करने का काम करेगा। केवल व्हाइटलिस्ट टेलीमार्केटर्स ही यूजर्स के नंबर पर कॉल कर सकेंगे। साथ ही, ब्लक में सिम कार्ड खरीदने वालों के लिए भी नियमों को सख्त बनाने का काम किया है।

दूरसंचार कंपनी Airtel ने भी अपने यूजर्स के लिए AI बेस्ड कॉल डिटेक्शन और फिल्टर फीचर लॉन्च किया है। इस फीचर के जरिए यूजर्स के नंबर पर आने वाले फर्जी कॉल्स और मैसेज को फिल्टर कर लिया जाता है। यही नहीं, यूजर्स के नंबर पर आने वाले फर्जी लिंक्स को ब्लॉक किया जाता है, ताकि अगर यूजर्स गलती से भी इन लिंक्स पर क्लिक करे तो वो ओपन न हो सके। साथ ही, बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर के लिए DoT ने नई नंबर सीरीज की भी घोषणा की है।

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