सीएम ममता बनर्जी
Image Source : FILE-PTI
सीएम ममता बनर्जी

कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को नीति आयोग के उपाध्यक्ष को पत्र लिखकर एक आधिकारिक रिपोर्ट में अपने राज्य को बिहार के रूप में दर्शाये जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। मुख्यमंत्री ने इस त्रुटि की निंदा की और उनसे माफी की मांग करते हुए इस संबंध में तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने को कहा। बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पत्र की एक प्रति और भारत के मानचित्र का स्क्रीनशॉट साझा किया। यह मानचित्र रिपोर्ट के पहले पृष्ठ पर है, जिसमें बिहार को पश्चिम बंगाल के रूप में दर्शाया गया है। 

ममत बनर्जी ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष को लिखे पत्र में कही ये बातें

ममत बनर्जी ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के.बेरी को लिखा, ‘‘मैं अत्यधिक चिंता और स्पष्ट अस्वीकृति के साथ लिख रही हूं कि नीति आयोग द्वारा प्रकाशित और इसकी वेबसाइट पर उपलब्ध ‘पश्चिम बंगाल राज्य के लिए सारांश रिपोर्ट’ में इस राज्य को मानचित्र में बिहार के क्षेत्र को दर्शाया गया है। इस त्रुटि को नीति आयोग की ‘‘गंभीर चूक’’ बताते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि नीति आयोग के आधिकारिक प्रकाशन में इस तरह की बड़ी गलती राज्यों के प्रति ‘‘सम्मान की कमी’’ को दर्शाती है। 

उन्होंने कहा कि इससे संस्था के काम की विश्वसनीयता के बारे में वाजिब चिंताएं पैदा हुईं, जिस पर नीति निर्माता और नागरिक सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए निर्भर हैं तथा नीति आयोग की रिपोर्टों और प्रकाशनों की गुणवत्ता, प्रामाणिकता एवं विश्वसनीयता पर गंभीर संदेह पैदा होता है। 

टीएमसी सांसद ने साधा केंद्र पर निशाना

इससे पहले दिन में, तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य साकेत गोखले ने ‘एक्स’ पर इस बारे में सवाल उठाया कि कैसे नीति आयोग की रिपोर्ट के पहले पन्ने पर बिहार को पश्चिम बंगाल के रूप में दर्शाया गया है। गोखले ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘यह दुखद है कि भारत सरकार पश्चिम बंगाल को मानचित्र पर भी नहीं दिखा सकती। बंगाल से भाजपा के 12 सांसद हैं, जिनमें 2 केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। और फिर भी, उनकी सरकार बेशर्मी से मानचित्र पर बिहार को बंगाल के रूप में दिखाती है।’’

इनपुट- भाषा





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version