
ट्रंप ने यूक्रेन को मिसाइलें देने की कही बात।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि उनका प्रशासन रूस के साथ कीव के संघर्ष के बीच यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस मिसाइलें भेजेगा। हालांकि ट्रंप ने यह बताने से इनकार कर दिया कि वे यूक्रेन को कितनी एयर डिफेंस मिसाइलें भेजेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि वे कुछ मिसाइलें भेजेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वाशिंगटन इन हथियारों का भुगतान नहीं करेगा। ट्रंप ने व्हाइट हाउस लौटते समय मैरीलैंड के ज्वाइंट बेस एंड्रयूज़ में कहा, “हम उनके लिए कुछ भी भुगतान नहीं कर रहे हैं, लेकिन हम उन्हें पैट्रियट्स देंगे, जिनकी उन्हें सख्त जरूरत है।”
यूक्रेन को करना होगा भुगतान
बता दें कि ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जिसमें पहले उन्होंने यूक्रेन को हथियार और सहायता न भेजने का फैसला किया था। इसके अलावा उन्होंने कीव और मास्को के बीच चार साल से चल रहे युद्ध में सीजफायर की वकालत की थी। हालांकि यूक्रेन ने कहा कि उसे रूसी हवाई हमलों से अपनी सुरक्षा के लिए एयर डिफेंस मिसाइलों की जरूरत है। इसके बाद ट्रंप ने रविवार को कहा कि अमेरिका अत्याधुनिक हथियार मुहैया करा रहा है और यूक्रेन हमें इसके लिए 100% भुगतान करेगा।
पुतिन से निराश हैं ट्रंप
दरअसल, अपने राष्ट्रपति चुनाव अभियान और कार्यकाल के शुरुआती महीनों के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की को शांति में बाधा बताया था और अपने देश को मिले अमेरिकी सैन्य और वित्तीय समर्थन पर दुख जताया था। फरवरी में उन्होंने जेलेंस्की को “मामूली रूप से सफल हास्य कलाकार” और “तानाशाह” कहकर उनका मजाक उड़ाया था। उन्होंने व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति से सार्वजनिक रूप से बहस भी की थी। हाल ही में रिपब्लिकन नेता ने अपने रूसी समकक्ष के प्रति बढ़ती नाराजगी व्यक्त की, क्योंकि व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेनी शहरों पर भारी हवाई बमबारी की और सीजफायर के आह्वान को नजरअंदाज कर दिया।
ट्रंप ने गुरुवार को एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका यूक्रेन को और अधिक रक्षात्मक हथियार भेजेगा, जिससे कुछ शिपमेंट रोकने के पेंटागन के फैसले को पलट दिया गया। इस रोक ने यह आशंका पैदा कर दी थी कि अमेरिका यूक्रेन से हमेशा के लिए पीछे हट रहा है और रूस की धीमी लेकिन स्थिर प्रगति को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने को तैयार नहीं है। जेलेंस्की ने कहा कि रोम में अमेरिका और यूरोपीय सहयोगियों के साथ हुई पिछली बैठक ने इस आशा को जगाया था कि ट्रंप युद्धग्रस्त देश को एयर डिफेंस सहित सैन्य सहायता बढ़ाएंगे।