Chitrakoot Link Expressway: मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की एक अहम बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। कैबिनेट की इस मीटिंग में कुल 38 में से 37 प्रस्तावों को मंजूरी मिल गई, इनमें चित्रकूट लिंक एक्स्प्रेसवे को विकसित करने का प्रस्ताव भी शामिल है। योगी सरकार ने वाराणसी-बांदा रूट पर 15.17 किमी लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। ये एक्सप्रेसवे 4 लेन का होगा, जिसे जरूरत पड़ने पर बाद में बढ़ाकर 6 लेन का भी किया जा सकेगा। ये चित्रकूट लिंक एक्स्प्रेसवे 548 दिनों में बनकर तैयार होगा और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा।
939.67 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) ने चित्रकूट लिंक एक्स्प्रेसवे के लिए पूरी योजना तैयार कर ली है। ये लिंक एक्सप्रेसवे वाराणसी-बांदा रूट पर नेशनल हाईवे 35/76 के किमी 267 पर जिला चित्रकूट के भरतकूप के नजदीक शुरू होगा और नेशनल हाईवे 135BG पर चित्रकूट के गांव अहमदगंज में खत्म होगा। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण इंजीनियरिंग, प्रोक्यॉरमेन्ट और कंस्ट्रक्शन (EPC) पद्धति से किया जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत 939.67 करोड़ रुपये है। इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार की किसी भी तरह की भागीदारी शामिल नहीं है।
चित्रकूट पहुंचना हो जाएगा आसान और सुविधाजनक
मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए जल्द से जल्द ईपीसी के आधार पर टेंडर जारी किए जाएंगे। टेंडर में शामिल होने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनियों में से किसी एक का चयन किया जाएगा। इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए कंपनी को 548 दिन का समय दिया जाएगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी को एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य खत्म होने के बाद 5 साल के लिए मेनटेनेंस की जिम्मेदारी भी सौंपी जाएगी। बुंदेलखंड के शुरुआती बिंदू से चित्रकूट धाम तक एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने से पर्यटन क्षेत्र में तेज गति से विकास होगा और सुदूर क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों को सुगम और तीव्र यातायात सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।