
उत्तराखंड में बादल फटने से तबाही
Uttarakhand Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। धराली में ऊंचाई वाले इलाके में बादल फटाने के बाद खीरगंगा नदी में सैलाब आ गया जिससे धराली गांव तबाह हो गया है। पानी के तेज बहाव और मलबे के कारण 20 से ज्यादा होटल, घर और होम स्टे ताश के पत्तों की तरह ढह गए। इस बीच धराली, हर्षिल और सुक्खी टॉप में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अब तक 130 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है।
10 लोगों की मौत, सेना के 10 जवान लापता
इस सैलाब की चपेट में आने से अब तक 10 लोगों के मारे जाने की खबर है, वहीं सेना के करीब 10 जवान समेत कई लोग अभी भी लापता है। सेना, SDRF, NDRF और पुलिस-प्रशासन की टीमें युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। सेना की 14वीं RAJRIF के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन150 जवानों के साथ बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं। बादल फटने से मची तबाही के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है। धराली में आई आपदा को लेकर स्टेट कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है।
आधा धराली मलबे में दबा
बता दें कि धराली गंगोत्री धाम से करीब 20 किलोमीटर पहले पड़ता है और यात्रा का प्रमुख पड़ाव है। इस घटना में कम से कम आधा धराली गांव मलबे और कीचड़ में दब गया। बाढ़ के पानी और मलबे के तेज बहाव में तीन-चार मंजिला मकानों सहित आस-पास की इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं। अधिकारियों के मुताबिक खीर गंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने से यह विनाशकारी बाढ़ आई। बाढ़ से केवल धराली ही नहीं प्रभावित हुआ। तेज गति से आया सैलाब एक ही पहाड़ी की दो अलग-अलग दिशाओं में बहा-एक धराली की ओर दूसरा सुक्की गांव की ओर।
खराब मौसम से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी
मौसम खराब होने से राहत और बचाव के काम में भी मुश्किलें आ रही हैं। पूरे उत्तराखंड में बारिश से भूस्खलन की भी कई घटनाएं सामने आई हैं। एडीआरएफ ने उत्तराखंड में बादल फटने की घटना में मारे गए लोगों का पता लगाने में मदद के लिए शव खोजी कुत्तों की अपनी पहली टीम तैनात करने का फैसला किया है। इन कुत्तों के एक जोड़े को दिल्ली से हवाई मार्ग से लाया जाएगा, जबकि राज्य के विभिन्न स्थानों से बल की तीन टीम घटनास्थल पर पहुंच गई हैं जिनमें प्रत्येक में 35 बचावकर्मी शामिल हैं।
हर्षिल आर्मी कैम्प में भी तबाही
हर्षिल आर्मी कैम्प में भी भारी तबाही हुई है। हैलीपैड डूब गया है। उधर हरिद्वार में भीमगौड़ा टनल के पास रेलवे ट्रैक पर पहाड़ का मलबा गिरने से हरिद्वार-देहरादून रेलवे लाइन बाधित हो गई। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है। सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।’’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में मंगलवार को बादल फटने की घटना पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए राज्य सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
बारिश का रेड अलर्ट
उधर, उत्तराखंड में बुधवार को भी मौसम से ज्यादा राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं कुछ जगहों पर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग ने हरिद्वार, नैनीताल और उधर सिंह नगर जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं चंपावत, बागेश्वर, उत्तरकाशी, पौड़ी, टिहरी और देहरादून में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।