राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को सोने की कीमत ₹3,600 प्रति 10 ग्राम की बड़ी उछाल के साथ बढ़कर ₹1,02,620 प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इसी तरह, चांदी की कीमत भी ₹1,500 बढ़कर ₹1,14,000 प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) हो गई। बुधवार को चांदी की कीमत ₹1,12,500 प्रति किलो थी। पीटीआई की खबर के मुताबिक, ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन ने यह जानकारी दी। अमेरिका द्वारा भारतीय आयात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद गुरुवार को निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश की तरफ बढ़ गया, जिसका असर कीमती धातुओं पर साफ देखा गया।
6 अगस्त को ₹98,600 प्रति 10 ग्राम था भाव
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक, बुधवार को जहां 99.9% शुद्धता वाला सोना ₹99,020 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, वहीं गुरुवार को 99.5% शुद्धता वाला सोना ₹3,600 की छलांग लगाकर ₹1,02,200 प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर पहुंच गया। एक दिन पहले यह ₹98,600 प्रति 10 ग्राम पर था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर कमोडिटी एनालिस्ट सौमिल गांधी ने कहा कि व्यापारिक तनाव के चलते निवेशकों का रुझान सुरक्षित विकल्पों की ओर बढ़ा है। भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव ने इस तेजी को और बल दिया
MCX पर भी कीमतों में तेजी
- अक्टूबर डिलीवरी वाला सोना ₹893 या 0.88% चढ़कर ₹1,02,155 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा।
- दिसंबर डिलीवरी अनुबंध ₹880 या 0.86% बढ़कर ₹1,03,047 प्रति 10 ग्राम के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
- सितंबर डिलीवरी वाली चांदी ₹1,503 या 1.32% बढ़कर ₹1,15,158 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूती जारी
स्पॉट गोल्ड न्यूयॉर्क में USD 9.76 या 0.29% चढ़कर USD 3,379.15 प्रति औंस पर रहा। स्पॉट सिल्वर 1.37% की तेजी के साथ USD 38.34 प्रति औंस पर पहुंची। एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी जतीन त्रिवेदी ने कहा कि डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और अमेरिका-रूस के बीच संभावित नए प्रतिबंधों ने सोने को सपोर्ट दिया है। सोना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर USD 3,375 से ऊपर मजबूती बनाए हुए है।
ट्रंप ने चिप्स के आयात पर 100% टैरिफ की चेतावनी दी
मीराए एसेट शेयर खान के एसोसिएट वीपी प्रवीण सिंह ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चिप्स के आयात पर 100% टैरिफ की चेतावनी दी है। इसके अलावा, इस हफ्ते नए फेड चेयर की घोषणा भी संभावित है, जो सोने के भाव को और प्रभावित कर सकती है। कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी कैनात चैनवाला ने कहा कि निवेशक अमेरिकी बेरोजगारी आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं, जो निकट भविष्य में ब्याज दरों और बुलियन बाजार की दिशा तय करने में मदद करेगा।