
सिंह दरबार में प्रदर्शनकारियों ने लगाई आग
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में Gen Z के प्रोटेस्ट के बाद ओली सरकार का तख्तापलट हो गया। सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार का मुखिया चुना गया है। इस बीच, अरुण कुमार सुबेदी ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की है, जो नेपाल के जाने माने राजनीतिक विश्लेषक हैं। पूर्व में ओली सरकार से पहले शेर बहादुर देउबा के समय सरकार के फॉरेन एडवाइजर रहे हैं।
नेपाल में हर विभाग में करप्शन
अरुण कुमार सुबेदी ने कहा, ‘जेन ज़ी की मांगों को वो कई सालों से देख रहे हैं, जितनी भी सरकारें रही हैं। कोई अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाईं हैं। नेपाल में इकोनॉमी डेमोक्रेसी नहीं रहा। रेवेन्यू नहीं रहा। हर विभाग में करप्शन रहा है। पासपोर्ट बनवाना हो या कोई सरकारी काम करवाना हो, हर जगह रिश्वतखोरी रही है।’
सरकार ने युवाओं को रोजगार तक नहीं दिया
सुबेदी ने कहा, ‘सुशीला कार्की अंतरिम सरकार का नेतृत्व करेंगी। उनका काम ही 6 महीने बाद सुचारू रूप से चुनाव करवाना है। सरकारों ने क्रप्टो फंड पर ध्यान नहीं दिया, इतना नुकसान करवाया है। युवाओं को रोजगार तक नहीं दिया।’
भारत को लेकर कम्युनिस्ट की कैसी है राजनीति?
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘ओली ने तख्तापलट के बाद भारत के आगे न झुकने को वजह बताया इसपर कहना है कम्युनिस्ट का काम ही ये है, जब आओ तो मेहनत से आओ। गए तो भारत की वजह से गए, उनकी राजनीति ही ये रही है।’
भारत और नेपाल के रिश्तों पर पीएम मोदी का बयान
सुबेदी ने कहा, ‘इम्फाल में पीएम मोदी ने नेपाल के युवाओं को मुबारकबाद दी, जिस तरह से नेपाल में साफ-सफाई की जा रही है। भारत नेपाल रिश्तों पर बातचीत को लेकर सुशीला कार्की को बधाई दी।’