
यमन के हूतियों ने इजरायल पर लगातार हमले किए हैं।
जेरूसलम: यमन के हूती विद्रोहियों ने बुधवार को इजरायल के दक्षिणी शहर इलात पर ड्रोन हमला किया, जिसमें 22 लोग जख्मी हो गए। यह हमला इजरायल के मजबूत मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भेदने में कामयाब रहा, जो आमतौर पर ऐसे हमलों को नाकाम कर देता है। दूसरी तरफ, गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में कम से कम 41 फिलीस्तीनी मारे गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्य पूर्व दूत ने क्षेत्र में शांति के लिए एक नए प्लान की उम्मीद जताई है, लेकिन इसका ब्योरा अभी साफ नहीं है।
ड्रोन हमले के बाद इजरायल का जवाब
ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने इजरायल पर 2 ड्रोन दागे। इजरायल की सेना ने बताया कि उन्होंने ड्रोन को रोकने की कोशिश की, लेकिन यह नाकाम रही। मगन डेविड एडोम रेस्क्यू सर्विस के मुताबिक, 22 जख्मी लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से 2 की हालत गंभीर है, क्योंकि उनके शरीर में छर्रे लगे हैं। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर चेतावनी दी, ‘जो कोई भी इजरायल को नुकसान पहुंचाएगा, उसे 7 गुना ज्यादा नुकसान झेलना पड़ेगा।’ हूती पहले भी इजरायल पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर चुके हैं, लेकिन ज्यादातर हमले नाकाम रहे या खाली इलाकों में गिरे।
इजरायली हमलों का सिलसिला जारी
बता दें कि हूतियों का कहना है कि ये हमले फिलीस्तीनी लोगों के समर्थन में हैं। गाजा में इजरायली हमलों का सिलसिला जारी है। अल-अहली अस्पताल के निदेशक डॉ. फदेल नईम द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, गाजा सिटी में विस्थापित लोगों के टेंटों पर हुए हमले में 22 लोग मारे गए, जिनमें 3 बच्चे और 9 महिलाएं शामिल हैं। इजरायली सेना का कहना है कि उन्होंने हमास के 2 लड़ाकों को निशाना बनाया था और नागरिकों को नुकसान न हो, इसके लिए सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया। अल-अवदा अस्पताल ने पुष्टि की कि केंद्रीय गाजा के नुसेरात रिफ्यूजी कैंप में एक और हमले में 12 लोग मारे गए और 18 जख्मी हुए।
इजरायल के हमलों में गाजा सिटी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है।
UNGA में छाया रहा गाजा का मुद्दा
इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक से भी हिंसा की खबरें सामने आई हैं। उत्तरी शहर जेनिन के पास इजरायली सेना ने 24 साल के एक फिलीस्तीनी को गोली मार दी। सेना का कहना है कि उसने सैनिकों पर विस्फोटक फेंका था। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में मध्य पूर्व का मुद्दा छाया रहा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और ट्रंप के मुख्य वार्ताकार स्टीव विटकॉफ ने एक नई शांति योजना की बात की, जिसे ‘ट्रंप 21-सूत्री शांति योजना’ कहा जा रहा है। विटकॉफ ने न्यूयॉर्क में एक सम्मेलन में कहा, ‘हमने अरब नेताओं के साथ इस पर बात की। यह योजना इजरायल और पड़ोसी देशों की चिंताओं पर बात करती है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही कोई बड़ा ऐलान हो सकता है।’
गाजा में क्यों छिड़ी हुई है जंग?
गाजा में युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास के नेतृत्व में लड़ाकों ने इजरायल पर हमला करके 1200 लोगों को मार डाला और 251 लोग बंधक बना लिए। इनमें से 48 बंधक गाजा में हैं, जिनमें से 20 के जिंदा होने की उम्मीद है। इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में 65,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। यह आंकड़ा गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का है, जिसे संयुक्त राष्ट्र और स्वतंत्र विशेषज्ञ विश्वसनीय मानते हैं। इस महीने की शुरुआत में इजरायल ने गाजा सिटी में एक बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया, जहां विशेषज्ञों के मुताबिक भुखमरी की स्थिति है। करीब 3 लाख लोग वहां से भाग चुके हैं, लेकिन 7 लाख लोग अभी भी वहां हैं, क्योंकि उनके पास कहीं और जाने के लिए पैसे नहीं हैं।