
विश्व रेबीज दिवस
क्या आप जानते हैं कि हर साल 28 सितंबर के दिन को विश्व रेबीज दिवस के तौर पर मनाया जाता है? रेबीज की रोकथाम के बारे में जागरूकता बेहद जरूरी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रेबीज की वैक्सीन लुई पाश्चर ने डेवलप की थी। सही समय पर रेबीज की वैक्सीन लगवाने से आपकी जान बच सकती है। लेकिन अगर रेबीज की वैक्सीन लगवाने में देरी हुई तो जान जा भी सकती है।
कुत्ते-बिल्ली-चमगादड़ के काटने से रेबीज
ज्यादातर लोगों को लगता है कि कुत्ते के काटने से रेबीज होता है। वहीं, बहुत से लोग जानते होंगे कि बिल्लियां भी रेबीज फैला सकती हैं। ये बात पूरी तरह से सच है लेकिन कई लोग इस बात से बेखबर होंगे कि कुछ दूसरे जानवरों के काटने से भी रेबीज हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चमगादड़ के काटने से भी रेबीज हो सकता है।
किस-किसके काटने से होता है रेबीज?
भोले-भाले दिखने वाले रकून के काटने से भी रेबीज का खतरा बढ़ सकता है। कुत्ते-बिल्ली के अलावा चूहे भी रेबीज वायरस के कैरीयर होते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गिलहरी भी जानलेवा रेबीज वायरस का कारण बन सकती हैं। क्या आप जानते हैं कि स्कंक के काटने से रेबीज फैल सकता है? आपको जानकर हैरानी होगी कि लोमड़ी के काटने से भी रेबीज हो सकता है।
जरूरी है सावधानी बरतना
खरगोश, बंदर और सियार जैसे जानवर भी रेबीज फैला सकते हैं। अगर आपको कुत्ते, बिल्ली, चूहे ने काट लिया है, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। अगर आपको किसी भी रेबीज फैलाने वाले जानवर ने काटा है और आपको बुखार, सिर दर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, उल्टी, दस्त जैसे लक्षण एक साथ महसूस हो रहे हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाकर रेबीज की वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।