• देशभर में गुरुवार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इसके साथ ही नौ दिवसीय नवरात्र उत्सव का समापन हो गया और लोग रावण के पुतलों का दहन देखने के लिए रामलीला मैदानों में उमड़ पड़े। हालांकि, शाम को दिल्ली समेत कुछ स्थानों पर बारिश ने खलल डाल दिया। पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा समेत अन्य पूर्वी राज्यों में विजयादशमी का त्योहार और ‘सिंदूर खेला’ एक-दूसरे को शुभकामनाएं देने के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया। रावण के अलावा, उसके भाई कुंभकर्ण और पुत्र मेघनाद के पुतले भी खुले मैदान में दहन किये गए। मैसुरु में 11 दिवसीय दशहरा उत्सव और पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा का भी समापन हो गया।

    Image Source : pti

    देशभर में गुरुवार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इसके साथ ही नौ दिवसीय नवरात्र उत्सव का समापन हो गया और लोग रावण के पुतलों का दहन देखने के लिए रामलीला मैदानों में उमड़ पड़े। हालांकि, शाम को दिल्ली समेत कुछ स्थानों पर बारिश ने खलल डाल दिया। पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा समेत अन्य पूर्वी राज्यों में विजयादशमी का त्योहार और ‘सिंदूर खेला’ एक-दूसरे को शुभकामनाएं देने के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया। रावण के अलावा, उसके भाई कुंभकर्ण और पुत्र मेघनाद के पुतले भी खुले मैदान में दहन किये गए। मैसुरु में 11 दिवसीय दशहरा उत्सव और पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा का भी समापन हो गया।

  • Image Source : pti

    कई जगहों पर बारिश से रावण के पुतले भीग गए और इस वजह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को इंद्रप्रस्थ रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित ‘रावण दहन’ कार्यक्रम में शामिल होना था, जिसे अचानक भारी बारिश के कारण रद्द कर दिया गया, जबकि अमित शाह बारिश के कारण पीतमपुरा में एक कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके।

  • Image Source : pti

    मध्य प्रदेश में दो दुर्गा प्रतिमा विसर्जन शोभायात्राओं के दौरान हादसा हुआ जिसमें दो बच्चों समेत 11 लोगों की मौत हो गई। खंडवा जिले के पंधाना इलाके में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के झील में गिर जाने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। ट्रॉली पर दुर्गा प्रतिमाएं रखी हुई थीं। उज्जैन जिले के नरसिंह गांव के पास 12 लोगों और दुर्गा प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जा रही एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के चंबल नदी में गिर जाने से 8 और 16 वर्षीय दो लड़कों की मौत हो गई, जबकि एक लड़का लापता हो गया।

  • Image Source : pti

    दिल्ली में बारिश के बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लाल किले पर दशहरा समारोह में शामिल हुईं और माधवदास पार्क में “रावण दहन” के दौरान प्रतीकात्मक रूप से तीर चलाया। बारिश के बीच कई लोगों ने छाते लेकर यह कार्यक्रम देखा। मुर्मू ने कहा कि यह त्योहार हमेशा से बुराई पर अच्छाई, अहंकार पर विनम्रता और घृणा पर प्रेम की विजय का प्रतीक रहा है। उन्होंने भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की भी सराहना की और कहा कि यह आतंकवाद के रावण पर एक विजय है। उन्होंने मानवता की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों को सलामी दी।

  • Image Source : pti

    मोदी पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज में दशहरा समारोह में शामिल होने वाले थे, लेकिन बारिश के कारण वे इसमें शामिल नहीं हो सके। इंद्रप्रस्थ रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुरेश बिंदल ने बताया कि बारिश के कारण पुतले क्षतिग्रस्त हो गए, लेकिन बाद में केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, विधायक अरविंदर सिंह लवली और अन्य की उपस्थिति में उनका दहन किया गया। इससे पहले, मोदी ने लोगों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं। मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “विजयादशमी बुराई और असत्य पर अच्छाई और सत्य की विजय का प्रतीक है। मेरी कामना है कि इस पावन अवसर पर हर किसी को साहस, बुद्धि और भक्ति के मार्ग पर निरंतर अग्रसर रहने की प्रेरणा मिले। देशभर के मेरे परिवारजनों को विजयादशमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।”

  • Image Source : pti

    पीतमपुरा के आर्यन हेरिटेज फाउंडेशन के अनिल गर्ग ने बताया, ‘‘पुतले का 10 प्रतिशत से ज़्यादा हिस्सा भीग गया था क्योंकि हमने बाकी हिस्से को प्लास्टिक से ढक दिया था। पूजा में देरी हुई। जलभराव की समस्या भी थी। लेकिन सब कुछ भगवान की इच्छा से होता है।’’ पूर्वी दिल्ली स्थित हनुमंत धार्मिक रामलीला कमेटी के कोषाध्यक्ष नितिन गुप्ता ने कहा, ‘‘बारिश हमारे लिए बहुत बड़ा झटका थी, जिससे हमारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। पुतले का एक बड़ा हिस्सा भीग गया, लेकिन बाकी हिस्से को हमने प्लास्टिक की चादरों से ढककर किसी तरह बचा लिया।

  • Image Source : pti

    रामकृष्ण मिशन के बेलूर मठ में भी पारंपरिक अनुष्ठान किए गए। विसर्जन देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग नदियों और जलाशयों के किनारे एकत्रित हुए। पुलिस ने कहा कि उन्होंने मूर्तियों के विसर्जन के दौरान शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की थी। हालांकि, कोलकाता में कई सामुदायिक पूजा समारोहों की मूर्तियों का विसर्जन नहीं हो सका, क्योंकि आज बृहस्पतिवार था, जिसे इस अनुष्ठान के लिए ‘‘अशुभ’’ माना जाता है। इन पूजा समारोहों के आयोजकों ने शुक्रवार को विसर्जन करने की योजना बनाई है।

  • Image Source : pti

    देश भर के साथ-साथ श्रीनगर में भी दशहरा मनाया गया। 1990 के बाद पहली बार, दिल्ली, मुंबई और देश भर के अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडित विजयादशमी मनाने के लिए कश्मीर पहुंचे। बुराई पर अच्छाई की जीत का यह उत्सव शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में मनाया गया, जहां रावण दहन की रस्म के तहत रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के 50 फुट ऊंचे पुतलों का दहन किया गया। सुरक्षाकर्मियों सहित हजारों लोगों ने भगवान राम के जयकारों और पारंपरिक संगीत के साथ इस उत्सव में भाग लिया।

  • Image Source : Manzoor Mir Input

    जलते हुए पुतलों ने शाम के आसमान को रोशन कर दिया, जिससे 5,000 से ज़्यादा लोगों की भीड़ ने जयकारे लगाए, जो दशकों में सबसे बड़ी भीड़ थी। कश्मीरी पंडितों ने कहा, “कश्मीर में दशहरा हमारे दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। यह हमें एक समुदाय के रूप में एकजुट करता है और हमारी विरासत के साथ हमारे बंधन को मजबूत करता है। घाटी में दशहरा मनाना हमें अपनी जड़ों और साझा परंपराओं की याद दिलाता है। यह सिर्फ़ एक त्यौहार नहीं है। यह हम सभी के लिए एकता और आशा का क्षण है।”

  • Image Source : pti

    कर्नाटक के मैसुरु शहर में 11 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध दशहरा उत्सव का विजयादशमी के भव्य शोभायात्रा के साथ समापन हो गया। ‘नाडा हब्बा’ (राज्य उत्सव) के रूप में मनाया जाने वाला मैसुरु दशहरा या ‘शरणा नवरात्रि’ उत्सव इस साल कर्नाटक की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को शाही धूमधाम और गौरव के साथ प्रदर्शित करने का मंच बना। हजारों लोग ‘जंबू सवारी’ देखने के लिए जुटे। ‘अभिमन्यु’ नाम के हाथी के नेतृत्व में एक दर्जन सजे-धजे हाथियों की शोभायात्रा निकली।





  • Source link

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    Exit mobile version