
पुलिस ने थाने में कटवाया केक
‘जब दिल से दिल जोड़े जाते हैं, तब रिश्ते टूटते नहीं, बल्कि और मजबूत होते हैं।’ यह कथन उस समय साकार हुआ जब कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र की चौकी में एक बिखरते टूटते परिवार को पुलिस की संवेदनशीलता, भावनात्मक सोच और एक मासूम के जन्मदिन ने फिर से एकजुट कर दिया। पुलिसिया दिमाग से उपजी एक सोच और जन्मदिन के केक ने पति-पत्नी दरारों को पाटकर रिश्तों में नई जान फूंक दी।
विवाद की आंधी में खोने वाला था एक परिवार
विश्व बैंक कॉलोनी, बर्रा की निवासी प्रिया शुक्ला और उनके पति विकास शुक्ला (उत्तर प्रदेश वन विभाग) की शादी को लगभग चार साल बीत चुके हैं। इन चार सालों में उनके जीवन में एक नन्हा मेहमान बेटा शिवाय आया, जो कि अब दो साल का है। बीते कुछ महीनों से पति-पत्नी के बीच बढ़ता मतभेद एक ऐसी दीवार बन गई थी, जो तलाक की कगार पर पहुंच चुकी थी।
पति और ससुराल वालों के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
गुरुवार को प्रिया ने हताश मन से चौकी बर्रा में अपने पति और ससुराल पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। दोनों पक्षों को बर्रा चौकी प्रभारी विकास शर्मा ने अपनी टीम के साथ बातचीत के लिए बुलाया। माहौल तनाव से भरा था। आरोपों की बौछार, गुस्से की चिंगारियां और बीच में एक मासूम बच्चा, जिसका जन्मदिन उस दिन था लेकिन कोई उसकी खुशी की बात नहीं कर रहा था।
मां की पुकार ने बदला माहौल
जांच के दौरान प्रिया की नम आंखों से एक वाक्य निकला, जो चौकी में सन्नाटा बन गया। मां ने कहा, ‘आज मेरे शिवाय का जन्मदिन है और मैं यहां उसके पिता के खिलाफ शिकायत लेकर बैठी हूं।’ यह सुनते ही चौकी प्रभारी विकास शर्मा के मन में एक विचार जन्मा। उन्होंने अपनी टीम के साथ एक अनोखी योजना बनाई, जिससे कि दोनों का विवाद खत्म हो सके।
चौकी में मंगवाया गया केक
उन्होंने बाजार से एक केक मंगवाया। चौकी को जन्मदिन के उत्सव के लिए तैयार किया गया। दोनों पक्षों को अलग-अलग समझाने के बाद, उन्हें एक साथ बुलाया गया। इस बार नाराजगी के लिए नहीं, बल्कि अपने बच्चे की खुशी के लिए। जैसे ही केक चौकी में पहुंचा माहौल में एक जादुई बदलाव आया।
दोनों पक्षों की नम थी आखें
जब छोटे से शिवाय ने अपनी मासूम उंगलियों से केक काटा तो मां प्रिया ने मुस्कुराते हुए मोमबत्तियां बुझाईं और पिता विकास ने तालियां बजाईं। जो परिवार कुछ देर पहले एक-दूसरे को जेल भेजने की बात कर रहा था, वह अब एक साथ खड़ा था। ऐसे में कानपुर पुलिस द्वारा मंगाए गए केक की मिठास ने न केवल शिवाय के जन्मदिन को खास बनाया, बल्कि टूटते रिश्तों में फिर से मिठास घोल दी। दोनों पक्षों की आंखें नम थीं, लेकिन इस बार गुस्से के कारण नहीं, बल्कि राहत और एकजुटता के आंसुओं से। बर्रा पुलिस की इस संवेदनशील पहल ने न केवल एक परिवार को बिखरने से बचाया, बल्कि समाज में एक नई मिसाल कायम की।
अनुराग श्रीवास्तव की रिपोर्ट