
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने पाकिस्तान के साथ सीमा और आतंकवाद के मुद्दों पर दो टूक बात करते हुए इस्लामाबाद की नीतियों पर सवाल खड़े कए हैं। उन्होंने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का कोई भी ठिकाना अफगानिस्तान में नहीं है और पाकिस्तान को अपने आंतरिक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। मुत्तकी ने भारत के साथ सामान्य होते रिश्तों का भी ज़िक्र किया और देश में 40 साल बाद आई शांति की बात कही।
पाकिस्तान को खरी-खरी
विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने पाकिस्तान की ओर से लगातार लगाए जा रहे आतंकवाद के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “सिर्फ पाकिस्तान से ही क्यों झगड़ा होता है, पाकिस्तान को यह सोचना चाहिए। हमारे पड़ोसी तो चीन और दूसरे देश भी हैं, लेकिन उनकी कोई शिकायत नहीं है।”
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में TTP का कोई ‘मरकज’ यानी अड्डा नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों (रूस और अमेरिका समर्थित) के दौरान कुछ कबाइली लोग पाकिस्तान के ऑपरेशनों के कारण अफगानिस्तान चले गए थे, लेकिन मौजूदा सरकार में TTP का कोई अड्डा नहीं है।
डूरंड लाइन का मुद्दा
मुत्तकी ने 2500 किलोमीटर लंबी डूरंड लाइन को एक दुर्गम पहाड़ी इलाका बताया। उन्होंने कहा, “यह पहाड़ी इलाका न चंगेज़ (खान) कंट्रोल कर पाया। यह क्षेत्र केवल नरमी और शांति से नियंत्रित हो सकता है, जोर से नहीं।”
“पाकिस्तान को अपने अंदर सब ठीक करना चाहिए”
उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान टेक्नोलॉजी में आगे है, तो वह अपने इस क्षेत्र में शांति क्यों नहीं स्थापित कर पाता? मुत्तकी ने कहा कि जब तालिबान ने 40 साल की लड़ाई के बाद पूरे अफगानिस्तान पर नियंत्रण कर लिया, तो पाकिस्तान अपने लोगों को क्यों नहीं नियंत्रित कर सकता? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने अंदर सबकुछ ठीक करना चाहिए।
भारत के साथ सामान्य होते रिश्ते
भारत सरकार की ओर से तालिबान को मान्यता न दिए जाने के सवाल पर मुत्तकी कहा , “जैसा अफगानिस्तान में सबके लिए अमन व चैन है, वैसे ही भारत के लोगों और डिप्लोमेट के लिए भी वहां अमन होगा।” मुत्तकी ने कहा कि पिछले चार सालों से अफगानिस्तान और भारत के बीच रिश्ते धीरे-धीरे बेहतर होते जा रहे हैं और नए डिप्लोमेट भी भेजे जाएंगे। उन्होंने इच्छा व्यक्त की कि दोनों देशों के रिश्ते नॉर्मल सतह पर पहुंचना चाहिए।
दूतावास पर झंडा लगाने को लेकर विवाद
हाल ही में एम्बेसी में झंडे को लेकर हुए विवाद पर मुत्तकी ने तालिबान सरकार की स्थिति साफ की। उन्होंने कहा, “हमने इसी झंडे के तहत जिहाद किया और कामयाबी मिली, इसलिए हमने यह झंडा लगाया है।”
आंतरिक प्रशासन पर बोले
मुत्तकी ने कहा कि घर का मालिक जानता है कि घर की तरतीब कैसे संभालनी है। उन्होंने कहा कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता 40 साल से चल रही जंग को खत्म करना था। अभी 40 साल के बाद 4 साल से शांति है। अभी आहिस्ता-आहिस्ता आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने पुष्टि की कि एंबेसी पूरी तरह से तालिबान सरकार के नियंत्रण में है, पिछली सरकार के नहीं। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि पिछली सरकारों में काम करने वाले लोग अभी भी आराम से उनकी सरकार में काम कर रहे हैं।
बीती रात के ऑपरेशन पर बयान
पाकिस्तान पर किए गए कल रात के ऑपरेशन के संबंध में मुत्तकी ने कहा, “कल रात हमारी तरफ से जो इंतकामी ऑपरेशन किया गया था, उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल किया। और हम इसका ख्याल रखते हैं कि आम लोगों को नुकसान ना हो।”
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