
कृति सेनन।
विकास बहल बॉलीवुड को ‘क्वीन’, ‘उड़ता पंजाब’ और ‘हंसी तो फंसी’ जैसी जबरदस्त फिल्में देने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन साल 2023 में उन्होंने एक ऐसी महत्वाकांक्षी फिल्म रिलीज की, जिसने न सिर्फ दर्शकों को निराश किया, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी करारी शिकस्त झेली। हम बात कर रहे हैं टाइगर श्रॉफ, कृति सेनन और अमिताभ बच्चन अभिनीत साई-फाई थ्रिलर ‘गणपत’ की। इस प्रोजेक्ट पर मेकर्स ने 200 करोड़ रुपये की मोटी रकम खर्च की, लेकिन यह फिल्म अपने बजट का 10 प्रतिशत भी वसूल नहीं कर पाई और साल की सबसे बड़ी फ्लॉप साबित हुई।
मेकर्स का ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ बना ‘दिशाहीन’ प्रोजेक्ट
‘गणपत’ की असफलता पर बात करते हुए, खुद निर्देशक विकास बहल ने DNA के साथ बातचीत में चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि ‘गणपत’ उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था, लेकिन शूटिंग के दौरान वह खुद ही भ्रमित हो गए थे कि वह क्या बना रहे हैं। बहल ने स्वीकार किया कि फिल्म बनाते-बनाते वह ‘सेल्फ डाउट’ में आ गए थे, क्योंकि जो कहानी वह बनाना चाहते थे, वह धीरे-धीरे दूसरी दिशा में चली गई। बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरने के बाद बहल ने कहा कि वह खुद भी यह सोचते रह गए कि आखिर उन्होंने यह फिल्म बनाई ही क्यों।
200 करोड़ की लागत, कमाई चिंदी सी
टाइगर श्रॉफ के एक्शन और साई-फाई बैकड्रॉप के बावजूद, ‘गणपत’ सिनेमाघरों में दर्शकों को आकर्षित करने में विफल रही। क्रिटिक्स से इसे नकारात्मक समीक्षाएं मिलीं, जबकि दर्शकों ने कहानी को बिना सिर पैर की बताया। नतीजा यह हुआ कि ₹200 करोड़ के भारी-भरकम बजट में बनी यह फिल्म ₹20 करोड़ का आंकड़ा भी नहीं छू सकी। लगातार मिल रहे नकारात्मक रिव्युज़ को देखते हुए, विकास बहल ने खुले तौर पर कबूल किया कि वह ‘गणपत’ बनाते समय दिशाहीन हो गए थे।
बस जिद में पूरी की फिल्म
उन्होंने बताया, टमैं गणपत की कहानी लिख रहा था और लिखते चला गया… फिर धीरे-धीरे कहानी ही बदलती चली गई और मुझे समझ ही नहीं आया कि ये कब फ्यूचर वाले बैकड्रॉप में चली गई।’ बहल के मन में बस एक ही ख्याल थ, ‘मुझे इसे पूरा करना है।’ शायद ‘पूरा करने’ की इसी जिद में एक सफल निर्देशक ने एक ऐसी फिल्म बना डाली, जो बॉक्स ऑफिस पर इतिहास की सबसे बड़ी असफलताओं में से एक बन गई।
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