
देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एमसीएक्स) में 28 अक्टूबर 2025 को टेक्निकल गड़बड़ी के कारण ट्रेडिंग की शुरुआत में देरी हो गई। सामान्य रूप से सुबह 9:00 बजे खुलने वाला बाजार तय समय पर नहीं खुल सका। पहले एक्सचेंज ने ट्रेडिंग शुरू करने का समय बढ़ाकर सुबह 9:30 बजे किया, लेकिन बाद में इसे एक बार फिर आगे बढ़ाते हुए सुबह 10:00 बजे कर दिया गया।
MCX की वेबसाइट पर जारी संदेश में कहा गया- सुबह 09:45 बजे का अपडेट – मेंबर्स से अनुरोध है कि टेक्निकल दिक्कत के चलते ट्रेडिंग सुबह 10 बजे से शुरू होगी। ट्रेडिंग DR (Disaster Recovery) साइट से शुरू की जाएगी। असुविधा के लिए खेद है।
सटीक वजह का खुलासा नहीं
एक्सचेंज ने तकनीकी समस्या की सटीक वजह का खुलासा नहीं किया। स्टेटमेंट के मुताबिक, MCX ने यह भी पुष्टि की कि ट्रेडिंग डिजास्टर रिकवरी साइट से शुरू की जाएगी। गौरतलब है कि MCX भारत का सबसे बड़ा कमोडिटी डेरिवेटिव्स एक्सचेंज है, जो वैल्यू के आधार पर लगभग 98% मार्केट शेयर रखता है। यहां सोना, चांदी, क्रूड ऑयल, बेस मेटल्स और कृषि जिंसों सहित कई तरह के कमोडिटी कॉन्ट्रैक्ट्स में ट्रेडिंग की सुविधा दी जाती है।
जुलाई 2025 में भी आई थी समस्या
यह पहला मौका नहीं है जब MCX को इस तरह की तकनीकी रुकावट का सामना करना पड़ा हो। इस साल जुलाई 2025 में भी एक्सचेंज को इसी तरह की समस्या आई थी, जब ट्रेडिंग सुबह 10:15 बजे शुरू हुई थी — यानी सामान्य समय से एक घंटे से ज्यादा की देरी से। 23 जुलाई को भी इसी तरह का मामला सामने आया था। उस दिन शुरुआत में उम्मीद थी कि ट्रेडिंग सुबह 9:45 बजे शुरू होगी, लेकिन बाद में समय बदलकर 10:10 बजे किया गया।
फिर भी, तकनीकी प्रक्रियाएं पूरी न होने और फाइल शेयरिंग में दिक्कत के कारण एक्सचेंज निर्धारित समय पर नहीं खुल सका। अंततः सभी तकनीकी मुद्दे सुलझाने के बाद सुबह 10:15 बजे ट्रेडिंग फिर से शुरू की गई थी। कुल मिलाकर, बार-बार आने वाली तकनीकी गड़बड़ियों ने MCX की प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब यह देश की कमोडिटी मार्केट का लगभग पूरा हिस्सा नियंत्रित करता है।