
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने बुधवार को ‘आधार ऐप की मदद से ऑफलाइन वैरिफिकेशन’ पर एक वेबिनार का आयोजन किया। नए आधार ऐप के औपचारिक लॉन्च से पहले, इस वेबिनार में अलग-अलग सेक्टरों की 250 से ज्यादा संस्थाओं और व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। इस वेबिनार में यूआईडीएआई ने ऑफलाइन वैरिफिकेशन से होने वाले फायदों का विस्तार से ब्यौरा दिया। यूआईडीएआई ने कहा कि नया आधार ऐप पेपरलेस आइडेंटिटी शेयर करने और विशिष्ट पहचान से जुड़ी पूरी या चुनिंदा जानकारी को वैरिफाई करने का ऑप्शन देगा। इसके साथ ही इसमें आधार की डिटेल्स को भी अपडेट करने का ऑप्शन मिलेगा।’’
डेवलप किया जा रहा है नया आधार ऐप
बताते चलें कि UIDAI इस नए आधार ऐप को अभी डेवलप कर रहा है। नए ऐप का उद्देश्य आधार होल्डरों के लिए ऑफलाइन डिजिटल वैरिफिकेशन को प्रोत्साहित करना और आधार कार्ड की फोटोकॉपी के इस्तेमाल को हतोत्साहित करना है। इस दौरान यूआईडीएआई के सीईओ भुवनेश कुमार ने कहा कि नया आधार ऐप और इससे जुड़ी टेक्नोलॉजी ऑफलाइन वैरिफिकेशन को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि ऑफलाइन वैरिफिकेशन, यूजर्स और संस्थाओं दोनों को पहचान सत्यापन के लिए एक सुरक्षित, सुविधाजनक और गोपनीयता की सुविधा देगा।
आधार कार्ड में भी बड़े बदलावों पर हो रहा है विचार
यूआईडीएआई अधिकारियों ने आधार होल्डरों के लिए कई अन्य फायदों का भी जिक्र किया, जिनमें ऐप में परिवार के अधिकतम 5 सदस्यों की डिटेल्स स्टोर करना, आधार का कौन-सा डेटा शेयर करना है, इस पर पूरा कंट्रोल, पूरी या चुनिंदा आधार डिटेल्स शेयर करने की सुविधा, बेहतर सुरक्षा के लिए एक क्लिक के जरिए बायोमेट्रिक लॉक/अनलॉक और मोबाइल नंबर और पता अपडेट करने जैसी सुविधाएं शामिल हैं। बताते चलें कि UIDAI, आधार कार्ड में भी कई बड़े और अहम बदलावों पर विचार कर रहा है। मंगलवार को भुवनेश कुमार ने कहा था कि आधार कार्ड पर सिर्फ व्यक्ति की फोटो और क्यूआर कोड होना चाहिए और इसमें बाकी दूसरी डिटेल्स की जरूरत नहीं होनी चाहिए।
