
देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे
मुंबई: महाराष्ट्र में चल रहे नगर निकाय चुनावों के बीच देर रात सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई। इस मुलाकात के दौरान राज्य मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण भी मौजूद थे। शिवसेना की ओर से यह बताया गया कि दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच मुंबई और ठाणे समेत पूरे महाराष्ट्र में महायुति के तौर पर मिलकर नगर निगम चुनाव लड़ने को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई। यह भी तय हुआ है कि बीजेपी और शिवसेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को एक-दूसरे की पार्टी में शामिल होने की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
सियासी अटकलें तेज
हालांकि दोनों नेताओं की मुलाकात ने कई सियासी अटकलों को जन्म दिया है। क्योंकि नगर निगम चुनावों की आड़ में यह मुलाकात आदित्य ठाकरे के उस बयान के बाद हुई है जिसमें उन्होंने दावा किया था कि महायुति के एक सहयोगी दल के 22 विधायक फडणवीस के करीब हैं और वे पाला बदलने को तैयार हैं।
आदित्य ठाकरे का परोक्ष तौर पर इशारा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना की ओर था। शिंदे की अगुवाई में विधायकों के विद्रोह के बाद जून 2022 में शिवसेना विभाजित हो गई थी। इसका नतीजे ये हुआ कि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
‘मुख्यमंत्री के इशारों पर नाचने लगे’
आदित्य ठाकरे ने शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना का नाम लिए बिना दावा किया, ‘‘सत्ता पक्ष की एक पार्टी है और दो गुट हैं। एक गुट के 22 विधायक मुख्यमंत्री के करीबी हो गए हैं। उनके पास अच्छा धन है और वे मुख्यमंत्री के इशारों पर नाचने लगे हैं।’’ उन्होंने विधान भवन परिसर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए दावा किया कि 22 विधायक “पाला बदलने को तैयार हैं।” (इनपुट-भाषा)
