
लालो कृष्ण सदा सहायते से एक सीन।
साल 2025 फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक सफल साल रहा है। बीते सालों की तुलना में इस साल कई शानदार कहानियां बड़े पर्दे पर रिलीज हुईं और इन कहानियों को इनके हक की इज्जत और दर्शक दोनों मिले। कई फिल्मों ने बंपर कमाई की तो कुछ ओटीटी पर छा गईं। कई फिल्मों को क्रिटिक्स की सराहना मिली तो कुछ को दर्शकों का साथ, लेकिन इस साल एक फिल्म ऐसी रिलीज हुई, जिसे क्रिटिक्स ने भी सराहा, बॉक्स ऑफिस पर भी ये फिल्म कमाल कर रही है और IMDb रेटिंग के मामले में भी नंबर 1 है। ये कोई बॉलीवुड या साउथ की फिल्म नहीं बल्कि एक छोटे बजट में बनी गुजराती फिल्म है। इस फिल्म की कमाई इतनी शानदार रही कि ये इस साल की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली फिल्म बन गई है। इस फिल्म का रिकॉर्ड तोड़ना ‘धुरंधर’, ‘छावा’ और ‘कांतारा चैप्टर 1’ जैसी फिल्म के बस की भी बात नहीं है। इस फिल्म का नाम ‘लालो कृष्ण सदा सहायते है।’
फिल्म की कहानी कैसी है?
‘लालो कृष्ण सदा सहायते है’ की कहानी एक ऐसे साधारण रिक्षा ड्राइवर लालो के इर्द‑गिर्द घूमती है, जिसकी जिंदगी मुश्किलों और पछतावा से भरी होती है। एक दिन अचानक वह खुद को एक सुनसान फार्महाउस में फंसा हुआ पाता है, जहां उसे अपने अतीत की गहरी अंदरूनी जद्दोजहद का सामना करना पड़ता है। अपने संघर्ष, ग़लतियों और पछतावे से जूझते हुए लालो की मानसिक स्थिति और भावनात्मक दर्द उसे अंदर ही अंदर तोड़ रहे होते हैं। जैसे‑जैसे कहानी आगे बढ़ती है, लालो को भगवान कृष्ण के दर्शन होता है। ये दर्शन उसकी आध्यात्मिक यात्रा का आरंभ होते हैं, जो उसे आत्मनिरीक्षण, आत्म‑माफी और अंत में आत्म‑उद्धार की ओर ले जाते हैं। कृष्ण का रूप उसके जीवन में उम्मीद, आत्म‑विश्वास और आस्था की लौ जगाता है, जिससे लालो मुश्किलों का सामना सहनशीलता, विश्वास और सकारात्मक सोच के साथ करना सीखता है। कहानी का मूल संदेश यह है कि जीवन में चाहे कितनी भी समस्याएं हों, सच्ची आस्था और आत्म‑संघर्ष से इंसान अपने भीतर की अच्छाई को पहचान सकता है और कठिनाइयों से ऊपर उठ सकता है।
सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली फिल्म।
‘लालो कृष्ण सदा सहायते है’ की कमाई
‘लालो कृष्ण सदा सहायते है’ के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे ‘धुरंधर’ कभी नहीं तोड़ पाएगी। साल 2025 की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली भारतीय फिल्म का खिताब पहले ही इस कम चर्चित गुजराती फिल्म के नाम दर्ज हो चुका है। 50 लाख रुपये के मामूली बजट में बनी गुजराती फिल्म ‘लाओ-कृष्णा सदा सहायते’ ने लगभग ₹114 करोड़ की दुनिया भर में ग्रॉस कमाई कर ली है। इसकी नेट कमाई ₹90 करोड़ से ज्यादा है यानी करीब 227000 प्रतिशत का चौंकाने वाला मुनाफा। इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए ‘धुरंधर’ को लगभग ₹24000 करोड़ की कमाई करनी पड़ेगी, जो ‘टाइटैनिक’ और ‘अवतार 2’ जैसी फिल्मों से भी ज्यादा है। बात करें, फिल्म की IMDb रेटिंग की तो फिल्म ने 2025 में सबसे ज्यादा रेटिंग हासिल की है, जो 8.7 है।
गुजराती सिनेमा में रचा इतिहास
‘लालो कृष्ण सदा सहायते है’ अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली गुजराती फिल्म है, जो पिछली सबसे अच्छी फिल्म से काफी आगे है। यह गुजरात राज्य में ‘पुष्पा 2’ के बाद दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है; हालांकि दर्शकों की संख्या के मामले में यह ज्यादा हो सकती है। गुजराती सिनेमा के इतिहास में यह शायद अब तक की दूसरी सबसे बड़ी हिट है, जो 1998 में रिलीज हुई ‘देश रे जोया दादा परदेश जोया’ के बाद है, जिसकी आज के हिसाब से कमाई 150 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
ये भी पढ़ें: गजब चला रणवीर सिंह-अक्षय खन्ना का स्वैग, 1000 करोड़ क्लब में ‘धुरंधर’ की स्वैग से एंट्री
2026 में 8 नए डेब्यू से हिलेगा बॉलीवुड, स्टारकिड्स की होगी भरमार, आउटसाइडर्स भी जमाएंगे पैर
