Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, और इसी कड़ी में शनिवार को बीजेपी की एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह आज दिल्ली के झुग्गी बस्तियों के प्रधानों से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में झुग्गी बस्तियों के लगभग 3000 प्रतिनिधियों से बातचीत की जाएगी। यह मुलाकात दिल्ली चुनाव में बीजेपी की रणनीति के तहत अहम मानी जा रही है, क्योंकि पार्टी दिल्ली के गरीब और मजदूर वर्ग को जोड़ने की कोशिश कर रही है। वहीं, दोपहर 12 बजे दिल्ली बीजेपी चुनावी सॉन्ग भी लॉन्च करेगी, जो चुनाव प्रचार को और गति देने के लिए एक अहम कदम होगा।
पूर्वांचली वोटर्स के मुद्दे को लगातार उठा रही बीजेपी
माना जा रहा है कि पार्टी आज अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट भी जारी कर सकती है। बता दें कि दिल्ली में इस समय सियासी पारा ऊंचा हो चुका है। आम आदमी पार्टी जहां एक तरफ चुनावों में फिर से जीत का दावा कर रही है, तो दूसरी तरफ बीजेपी 27 साल से सत्ता से बाहर रहने के बाद अपना ‘वनवास’ खत्म करने के लिए पूर्वांचली वोटर्स को अपने पक्ष में लाने की पूरी कोशिश कर रही है। बीजेपी इसके लिए पूर्वांचली वोटर्स के अपमान के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रही है, ताकि इस समुदाय को अपनी ओर खींचा जा सके।
बीजेपी हेडक्वॉर्टर में CEC की अहम बैठक हुई।
आज आ सकती है BJP उम्मीदावरों की दूसरी लिस्ट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज बीजेपी की दूसरी उम्मीदवारों की सूची भी जारी हो सकती है। शुक्रवार को नई दिल्ली में स्थित बीजेपी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई, जिसमें गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और अन्य बड़े नेता शामिल हुए। इस बैठक में दिल्ली की बाकी बची हुई 41 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि आज बीजेपी इन 41 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है। पिछले हफ्ते बीजेपी ने 29 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी।
PM मोदी ने कार्यकर्ताओं से और मेहनत की अपील की
बीजेपी हेडक्वॉर्टर में हुई अहम बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के नेताओं से और ज्यादा मेहनत करने की अपील की। बता दें कि पिछले 2020 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने शानदार सफलता हासिल करते हुए 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, बीजेपी ने अपनी संख्या 2015 के 3 विधायकों से बढ़ाकर 8 कर ली थी। कांग्रेस का खाता न तो 2015 में खुला था और न ही 2020 में खुल पाया। हालांकि इस बार सियासी हालात अलग हैं और तीनों ही पार्टियां दिल्ली का गढ़ जीतने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं।