देश में आम लोगों को खुदरा महंगाई के मोर्चे पर थोड़ी राहत मिली है। सरकार की तरफ से जारी ताजा खुदरा आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में घटकर 4 प्रतिशत से नीचे 3.61 प्रतिशत पर आ गई है। फरवरी में आई यह गिरावट चालू वित्तीय वर्ष में सिर्फ तीसरी बार है जब महंगाई की दर 4 प्रतिशत से नीचे आई है। मुद्रास्फीति का आंकड़ा अर्थशास्त्रियों के एमसी पोल के औसत से नीचे था, जिसमें मुद्रास्फीति 3.8 प्रतिशत आंकी गई थी। आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2024 के बाद पहली बार खाद्य महंगाई भी 6 प्रतिशत से नीचे आ गई।