
मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम का बॉलीवुड में चलता है सिक्का
बॉलीवुड के टैलेंटेड और सुपर कूल सुपरस्टार ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ के नाम से मशहूर ताहिर हुसैन के बेटे आमिर खान 14 मार्च को अपना 60वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। वह बॉलीवुड में अपनी दमदार और बेहतरीन एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। आमिर खान के लिए फिल्मी पर्दा नया नहीं था। वे बचपन से ही एक्टिंग की दुनिया से जुड़े हुए हैं। उनके पापा ताहिर हुसैन एक फिल्म निर्माता थे, लेकिन इसके बाद भी वह अपने बेटे को हीरो बनता देखना नहीं चाहते थे। इसका खुलासा एक्टर ने खुद कॉमेडियन कपिल शर्मा के ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ में किया था। आमिर खान ने अपने 35 साल के फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी है जो आज भी लोगों की फेवरेट बनी हुई हैं।
पिता के खिलाफ जाकर एक्टर बने आमिर
आमिर खान ने शो में बताया कि उनके पेरेंट्स नहीं चाहते थे कि वो एक्टर बनें। उन्होंने कहा, ‘मैंने डेढ़ साल तक थिएटर में बैकस्टेज काम किया और 2 नाटक भी किए। मेरे माता-पिता और मेरे चाचा खुद बहुत बड़े फिल्म निर्माता थे, लेकिन वह अपने बच्चों के फिल्म इंडस्ट्री में आने के खिलाफ थे। इसके पीछे कारण यह था कि सिनेमा में स्टेबिलिटी नहीं है।’ आगे एक्टर ने कहा, ‘आप नहीं जानते कि आप सक्सेसफुल होंगे या नहीं… वे चाहते थे कि उनके बच्चे एक अच्छा प्रोफेशन चुने, जिसमें कम उतार-चढ़ाव हों… इसलिए वे एक्टिंग के सख्त खिलाफ थे।’
पहली फिल्म ने बनाया सुपरस्टार
एक्टर ने बताया कि कैसे महाराष्ट्र बंद की वजह से उन्हें एक्टिंग लाइन में आने का मौका मिला। वो एक गुजराती प्ले का हिस्सा बनाने वाले थे, लेकिन परफॉरमेंस से 2 दिन पहले डायरेक्टर ने उन्हें निकाल दिया था। इसके बाद उनके एक दोस्त ने उन्हें अपने दोस्त की फिल्म के लिए अप्रोच किया। फिर उन्हें फिल्म ‘यादों की बारात’ में कास्ट किया गया। ये फिल्म आमिर खान के चाचा नासिर हुसैन ने बनाई थी। इसके बाद उन्होंने ‘कयामत से कयामत तक’ में काम किया। उनकी पहली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। आज आमिर बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं। इस मूवी की सक्सेस के बाद उन्हें 400 फिल्में ऑफर हुई थीं।