
वक्फ बिल को लेकर मचा संग्राम
वक्फ संशोधन बिल जेपीसी में चर्चा के बाद कल यानी दो अप्रैल को संसद में पेश हो सकता है। इस बिल को लेकर संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू की बीजेपी के लोकसभा सचेतकों के साथ आज बैठक हुई है। वहीं, इस बिल को मंजूरी मिलने से पहले सियासत गरमाई हुई है। वक्फ संशोधन विधेयक पर जहां एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने साफ कह दिया है कि वो वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद में स्टैंड लेगी, इससे इस बिल को मंजूरी मिलने में परेशानी हो सकती है। केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने कहा, “विपक्ष के पास विरोध के अलावा कोई काम नहीं है. हम वो सब करेंगे जिससे देश और नागरिकों को फायदा हो…”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “सरकार हर बिल को पेश करती है तो वक्फ बिल को भी पेश करेगी। सदन में कोई बिल संविधान के विरोध में नहीं आता है ये कांग्रेस को समझना चाहिए.”
कांग्रेस ने कही ये बात…
वक्फ संशोधन विधेयक पर कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल ने कहा, “अगर यह हमारे अनुकूल तरीके से लाया जाता है तो हम इसका स्वागत करते हैं। हालांकि, इसमें हमारे सदस्यों द्वारा दिए गए सभी बदलावों को शामिल किया जाना चाहिए।”
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, “इस बिल को चर्चा का हिस्सा बनने दीजिए और इसमें बहुत सारी खामियां है। जब ये जेपीसी में गया तो जो संशोधन होने चाहिए थे वो नहीं हुए बल्कि और संशोधन हो गए और ये देश जिस तरह से चलता है उसके हिसाब से नहीं है। इस पर जब चर्चा होगी तो बात होगी… ये निश्चित तौर पर देश की धर्मनिरपेक्षता के लिए सही नहीं है।”
बिल पर शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने कहा, “हम वक्फ संशोधन विधेयक लाने जा रहे हैं। बालासाहेब ठाकरे चाहते थे कि वक्फ कानून को खत्म कर दिया जाए क्योंकि इस कानून का वास्तविक उपयोग गरीब अल्पसंख्यकों, गरीब मुसलमानों के लिए होना चाहिए, लेकिन वक्फ बोर्ड के ये चंद मुस्लिम नेता वक्फ की संपत्ति को लूट रहे हैं, इसका उपयोग गरीब मुसलमानों के लिए नहीं हो रहा है। वक्फ संशोधन विधेयक जो आया है, उससे गरीब मुसलमानों को फायदा होने वाला है।”
भाजपा ने रखा अपना पक्ष
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने वक्फ (संशोधन)विधेयक पर कहा, “…वक्फ गरीब मुसलमानों के लिए स्वप्न को पूरा करने जैसा है। यह उनकी बदहाली की अवस्था को ठीक करने वाला बिल है। इस बिल में किसी भी वक्फ की एक इंच जमीन को न तो सरकार ले रही है और न ही कोई और ले रहा है। किसी को भी न्यायालय में अपनी बात, अपना पक्ष रखने का अधिकार होगा, यदि कोई इस संशोधन का विरोध करता है तो मैं समझता हूं कि वे संविधान का विरोधी है और भीम राव अंबेडकर का विरोध करने वाला है।”
जदयू ने कही ये बात
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, “JDU और नीतीश कुमार जी को कांग्रेस के सर्टिफिकेट की कोई जरूरत नहीं है वो अपने गिरेबान में झांक के देखें। उन्होंने इस देश और बिहार में कितने साल शासन किया? उन्होंने मुसलमानों के लिए क्या किया.. नीतीश कुमार जी ने पिछले 20 वर्षों में मुसलमानों के हक और उनके उत्थान के लिए जो काम किया है वो देश में आजादी के बाद किसी राज्य में आज तक किसी सरकार ने नहीं किया।
सैयद नसरुद्दीन कहा…
ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन और अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख के उत्तराधिकारी सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने वक्फ (संशोधन)विधेयक पर कहा, “इस बिल के नाम पर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है जो कि सही नहीं है। असहमति होना अलग बात है। हमारा मानना है कि जो भी बिल आए वह वक्फ की समस्त धार्मिक सम्पत्ति के हित में होना चाहिए और सरकार की मंशा भी यही है… जो लोग गुमराह करने का काम कर रहे हैं उनसे मैं यह आग्रह करूंगा कि यह गुमराह करने का समय नहीं है। सब मिलकर एक अच्छी बिल पास करवाएं। यह वक्त की जरूरत है…”
समाजवादी पार्टी का कहना है…
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वक्फ (संशोधन)विधेयक पर कहा, “…भाजपा हर जगह हस्तक्षेप करना चाहती है और भाजपा हर चीज पर अपना नियंत्रण करना चाहती है… भाजपा किससे क्या कहलवा दे, किससे क्या करवा दे, यह भाजपा का कमाल है।”
सपा सांसद आनंद भदौरिया ने कहा, “समाजवादी पार्टी और हमारे नेता अखिलेश यादव पहले ही दिन से वक्फ संशोधन बिल को सदन में लाने का विरोध कर रहे थे। हमारे विरोध की वजह से इस बिल को JPC को सौंपा गया हालांकि (JPC में) विपक्ष के जितने भी सदस्य थे उनके संशोधनों और सुझावों को स्वीकार नहीं किया गया। वक्फ बिल को लेकर आम आदमी सड़कों पर निकलकर अपनी बात रखने का प्रयास कर रहा है क्योंकि उसे लग रहा है कि सदन में उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है। कहीं न कहीं भाजपा की निगाह इस देश की बेशकीमती वक्फ जमीनों पर है, जिस पर वे(भाजपा) कब्जा करके अपने उद्योगपति मित्रों को सौंपना चाहती है…”
टीडीपी ने कहा
तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम कुमार जैन ने कहा, “पूरा मुस्लिम समुदाय वक्फ संशोधन विधेयक के पेश होने का इंतजार कर रहा है…हमारी पार्टी इसका समर्थन करेगी। चंद्रबाबू नायडू पहले ही कह चुके हैं कि हम मुस्लिम समुदाय के हितों के लिए काम करेंगे। कल विधेयक पेश किया जाएगा, उसके बाद ही हम इस पर कोई टिप्पणी करेंगे। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि चंद्रबाबू नायडू मुसलमानों के पक्ष में हैं।”
जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के विरोध पर JPC के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा, “यह विरोध कहीं न कहीं किसी सोची-समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है… कल ईद में जिस तरह से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(AIMPLB) ने काली पट्टी बांधकर विरोध करने के लिए कहा… ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पवित्र रमजान के महीनें को भी इबादत की जगह सियासत बना दिया… अगर राजनीति करनी है या विरोध करना है तो जंतर-मंतर पर जाकर कीजिए… लोगों को झूठ बोलकर गुमराह किया जा रहा है…
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू कह रहे हैं कि हम(सत्ता पक्ष) वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, विपक्ष के मंत्री सदन में आएं और चर्चा करें… खुद ही सरकार ने अध्यक्ष से आग्रह किया था कि इस बिल पर JPC की बैठक हो… यह लोग कहीं न कहीं देश में अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं… सरकार साफ कह रही है कि वक्फ के लिए एक बेहतर और पारदर्शी कानून लाया जाएगा… यदि व्यवस्थाओं को ठीक करने का काम किया जा रहा है फिर भी देश में विरोध क्यों बढ़ रहा है?”