केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को भरोसा दिलाते हुए कहा कि किसी भी देश के साथ जब व्यापार समझौते होंगे तो उस पर हस्ताक्षर भारत के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखकर किया जाएगा। पीटीआई की खबर के मुताबिक, गोयल ने कहा कि भारत प्रथम हमारा मंत्र है, हमारा मार्गदर्शक सिद्धांत है। अमेरिका के साथ चल रही व्यापार बातचीत की रूपरेखा बताने से इनकार करते हुए गोयल ने कहा कि भारत कई देशों के साथ बातचीत कर रहा है। वे सकारात्मक दिशा में बहुत सुचारू रूप से आगे बढ़ रहे हैं और सब कुछ ठीक है।
अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता होगा फायदेमंद
खबर के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम बहुत सारे विषयों, बहुत सारे उत्पादों को कवर कर रहे हैं और मैं देश भर के कारोबारियों को आश्वस्त कर सकता हूं कि हम अपनी चर्चाओं में भारत के सर्वोत्तम हितों को सबसे आगे रख रहे हैं। गोयल का कहना था कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता 2047 तक अर्थव्यवस्था को विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में ले जाएगा, जब देश आजादी के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा।
यूएई में ये प्रतिष्ठित संस्थान खोलने पर हो रहा विचार
दुबई इंडिया बिजनेस फोरम में बोलते हुए गोयल ने कहा कि भारत यूएई में भारतीय प्रबंधन संस्थान और भारतीय विदेश व्यापार संस्थान खोलने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईआईटी की स्थापना के बाद इन दो प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों को खोलने के फैसले को भारत के संबंधों को दर्शाने वाली एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जाना चाहिए। भारत चाहता है कि दुबई मध्य पूर्व क्षेत्र के साथ भारत के जुड़ाव के लिए प्रवेश द्वार के रूप में काम करे और कहा कि शहर में 20 लाख भारतीय रहते हैं। दुबई स्थित संस्थाओं द्वारा इस कार्यक्रम में कई घोषणाएं की गईं, जिसमें अल जाबेली में भारत मार्ट के निर्माण की शुरुआत भी शामिल है। अधिकारियों ने कहा कि मार्ट अगले साल के अंत तक पूरा हो जाएगा।
भारत-अफ्रीका सेतु भी हुआ लॉन्च
भारत-अफ्रीका सेतु जो भारतीय निर्यातकों को डीपी वर्ल्ड द्वारा ऑपरेटेड अफ्रीकी महाद्वीप के 53 शहरों तक पहुंचने में मदद करेगा, को भी लॉन्च किया गया है। साथ ही डीपी वर्ल्ड ने वैश्विक स्तर पर प्रोजेक्ट्स के विकास के लिए सरकारी स्वामित्व वाली राइट्स के साथ और भारतीय तटरेखा के साथ जहाज मरम्मत, जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत क्लस्टर के लिए कोचीन शिपयार्ड के साथ करार किया है। इस मौके पर दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मकतूम भी मौजूद थे।