चीन द्वारा अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 84 फीसदी का जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा के कुछ देर बाद ही इस पर अमेरिका का रिएक्शन आ गया है। अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने फॉक्स बिजनेस नेटवर्क को बताया कि बीजिंग का यह टैरिफ “दुर्भाग्यपूर्ण” है। बेसेंट ने सुझाव दिया कि चीन को टैरिफ वॉर से निकलने के लिए से बातचीत के लिए टेबल पर आना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘चीन को उन लोगों को दंडित करने की आवश्यकता है, जो अमेरिका को फेंटानिल एक्सपोर्ट करते हैं। यह एक ऐसा मुद्दा है, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से उठाते रहे हैं।’
क्या है फेंटानिल का मुद्दा?
फेंटानिल एक जानलेवा नशीला पदार्थ है। अमेरिकी एजेंसियों का कहना है कि देश में आने वाला ज्यादातर ओपीओइड फेंटानिल चीन में बना हुआ होता है। ट्रंप का कहना है कि बीजिंग ने अमेरिका को इसका निर्यात रोकने के लिए बहुत थोड़ा काम किया है। वहीं, चीन ने ट्रंप प्रशासन पर इस मुद्दे का इस्तेमाल टैरिफ बढ़ाने के बहाने के रूप में करने का आरोप लगाया था। चीनी विदेश मंत्री ने इसे ब्लैकमेल बताया था। ट्रेजरी सचिव बसेंट ने कथित तौर पर यह भी कहा कि अमेरिका आने वाले सहयोगियों को ‘चीन को कैसे पुनर्संतुलित किया जाए’ इस बारे में सोचना चाहिए।
सिर्फ 8 दिन में जबरदस्त बढ़ गया टैरिफ
चीन और अमेरिका के बीच टैरिफ पर घमासान मचा हुआ है। मंगलवार को अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर टैरिफ को बढ़ाकर 104 फीसदी कर दिया था। इसके जवाब में आज बुधवार को चीन ने अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को बढ़ाकर 84 फीसदी कर दिया, जो 10 अप्रैल से लागू हो जाएगा। पिछले महीने तक अमेरिका चीनी उत्पादों पर सिर्फ 10 फीसदी टैरिफ लगाता था। डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को 60 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया। इसमें चीन पर 34 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया था। इससे चीन पर कुल 44 फीसदी टैरिफ लागू हो गया। ट्रंप की इस घोषणा के कुछ ही समय बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि वह पूरी दुनिया से 10 फीसदी अतिरिक्त नॉन-रेसिप्रोकल टैरिफ वसूलेगा। इससे चीन पर टैरिफ बढ़कर 54 फीसदी हो गया। इसके बाद चीन ने जवाबी हमला बोलते हुए अमेरिकी उत्पादों पर 34 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी। इस घोषणा के 48 घंटे से भी कम समय में ट्रंप ने पलटवार करते हुए चीनी उत्पादों पर टैरिफ में 50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी, इससे कुल टैरिफ 104 फीसदी हो गया। अब आज चीन ने फिर से जवाबी हमला करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ को बढ़ाकर 84 फीसदी कर दिया है।