बैसाखी पकवान
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बैसाखी पकवान

बैसाखी प्रत्येक वर्ष 13 या 14 अप्रैल को पंजाब, हरियाणा समेत उत्तरी भारत में  धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार यह 13 अप्रैल को मनाया जा रहा है। इसी दिन से सिख नव वर्ष की शुरुआत होती है। अब कोई भी त्यौहार बिना खानपान के तो पूरा नहीं हो सकता। जब बात बैसाखी की हो फिर क्या ही कहना? बैसाखी के मौके पर एक दो नहीं बल्कि कई सारे पकवान बनाए जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको उन रेसिपी के बारे में बताएँगे जो बैसाखी के दिन लोग बड़े उत्साह के साथ बनाते हैं या यूँ कहें इन व्यंजन के बिना यह त्यौहार अधूरा है।

  • पीले चावल: बैसाखी वाले दिन मीठे पीले चावल बनाए जाते हैं। इस दिन हर पंजाबी के घर में मीठे चावल बनाए जाते हैं। इन चावलों का स्वाद बढ़ाने के लिए काजू , इलायची का इस्तेमाल किया जाता है।

  • आटे की पिन्नियां: बैसाखी पर मेहमानों के स्वागत के लिए आटे की पिन्नियों के लड्डू बनाए जाते हैं। पिन्नियों के लड्डू को पंजाब में बेहद चाव से खाया जाता है। यह पंजाबियों द्वारा खाई जाने वाली प्रमुख मिठाइयों में से एक है। देसी घी की मदद से बनने वाले ये लड्डू खाते ही मुंह में घुल जाते हैं।

  • कड़ा प्रसाद: इस दिन कड़ा प्रसाद या फिर कहें कि गुड़ का हलवा प्रसाद के रूप में बनाया जाता है। इस दिन लोग घरों में कड़ा प्रसाद बनाते हैं। इसे गुड़ और घी से बनाया जाता है। ये बनाने में बहुत आसान है। ये बहुत स्वादिष्ट होता है। गुरुद्वारों में भी इस कड़ा प्रसाद को श्रद्धालुओं को दिया जाता है।

  • खीर: कोई भी त्योहार खीर के बिना अधूरा माना जाता है। बड़े हों या बच्चे ये डेजर्ट सबको पसंद आता है। इसे चावल, दूध, चीनी और सूखे मेवों का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। इसमें अगर इलायची पाउडर का इस्तेमाल किया जाए तो ये खीर के स्वाद को और भी बढ़ा देता है।

  • कढ़ी चावल: बैसाखी पर कढ़ी चावल बनाने की भी परम्परा है। कढ़ी चावल यूँ तो हर किसी को पसंद होती है। लेकिन पंजाबी स्टाइल कढ़ी चावल कोई एक बार खाए तो बार-बार खाने की मांग करेग। पंजाबी कढ़ी का फ्लेवर अलग होता है। पंजाब में पकौड़े वाली कढ़ी लोग ज़्यादा खाते हैं।। कढ़ी को खट्टा करने के लिए दही का इस्तेमाल किया जाता है।

 

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