
मुर्शिदाबाद में हिंसा, हाईकोर्ट का आदेश
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक़्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ हिंसक प्रदर्शन जारी है। उपद्रवियों ने बाप और बेटे की धारदार हथियार से हत्या कर दी, तो वहीं गोली लगने से घायल एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इस तरह से अबतक इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है और 15 पुलिसकर्मी भी घायल हैं। इस हिंसक प्रदर्शन पर हिंसाग्रस्त इलाके में कलकत्ता हाईकोर्ट ने केंद्रीय बल की तैनाती करने का आदेश दिया है। इसके बाद केंद्र सरकार ने बीएसएफ की पांच कंपनियां तैनात की हैं।
कलकत्ता हाईकोर्ट का आदेश
कलकत्ता हाईकोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की और कहा कि-यह सब देखकर आंख नहीं मूंद सकते। कोर्ट के आदेश पर हिंसाग्रस्त इलाकों में 1600 पैरामिलिट्री के जवानों की तैनाती की जाएगी। पहले से ही मुर्शिदाबाद में बीएसएफ के 300 जवानों की तैनाती की गई है, इसके अलावा केंद्र ने बीएसएफ की पांच कंपनियां भी भेजी हैं। कोर्ट के आदेश के बाद एक तरफ जहां बीएसएफ ने मोर्चा संभाल लिया है तो वहीं बंगाल के सीनियर पुलिस अधिकारियों ने हिंसा प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।
सुवेंदु अधिकारी ने कोर्ट को कहा धन्यवाद
हाईकोर्ट के हस्तक्षेप और केंद्र सरकार के एक्शन के बाद..हालात पर काबू पाने के दावे किए जा रहे हैं। इधर एक्शन में आई पुलिस ने मुर्शिदाबाद समेत दूसरे इलाकों से 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले पर बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने सेंट्रल फोर्स की तैनाती के लिए हाईकोर्ट का शुक्रिया कहा है और साथ ही एक बार फिर से ममता सरकार पर हल्लाबोल की तैयारी करने जा रहे हैं।
अबतक तीन लोगों की मौत
शनिवार को मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज इलाके में हरगोविंद दास के घर पर अचानक उपद्रवियों ने हमला किया, हमले के दौरान पिता को बचाने पहुंचे चंदन दास के ऊपर भी हमलावर टूट पड़े और धारदार हथियारों से किए गए हमले में घर के बाहर ही बाप बेटे की मौत हो गई। इससे पहले शुक्रवार को 14 साल के जिस नाबालिग को गोली लगी थी, उसकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई।
डीजीपी ने खुद संभाली कमान
डीजीपी राजीव कुमार खुद हालात का जायजा लेने मुर्शिदाबाद पहुंचे। पूरी रात पुलिस के सीनियर ऑफसरों ने केंद्रीय बलों के साथ हिंसा प्रभावित इलाकों में पेट्रोलिंग की। मुर्शिदाबाद में बेकाबू हिंसा के बाद गृह मंत्रालय भी एक्शन में है। केंद्रीय गृह सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को जरूरी निर्देश दिए हैं। साउथ बंगाल फ्रंटियर की 5 कंपनियों को हालात पर नियंत्रण के लिए भेजा गया है, जरूरत पड़ने पर और जवानों को मोर्चे पर तैनात किया जा सकता है।
DGP राजीव कुमार ने सख्त लहजे में कहा कि जो भी कानून को हाथ में लेगा उसके साथ सख्ती के साथ निपटा जाएगा, हिंसा की इजाजत नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील की और कहा, ग्राउंड पर अधिकारियों की तैनाती है, किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
