
तरबूज के छिलके का हलवा
तरबूज का सीजन चल रहा है, तो घर में जरूर ये रसीला फल आता होगा। तरबूज खाने में बहुत टेस्टी और सेहत के लिए फायदेमंद फल है। गर्मी में राहत पाने के लिए ठंडा-ठंडा तरबूज जरूर खाएं। तरबूज खाने से पेट ठंडा रहता है और वजन भी कम होता है। तरबूज के बीज और छिलके में भी काफी गुण होते हैं। जिन तरबूज के छिलकों को आप कचरे में फेंक देते हैं उनसे स्वादिष्ट हलवा भी बन सकता है। जी हां तरबूज के छिलके का हलवा क्या कभी खाया है आपने, अगर नहीं खाया तो आज ही इसे रेसिपी को जरूर ट्राई करें। जानिए कैसे बनाते हैं तरबूज के छिलके का हलवा?
तरबूज के छिलके का हलवा रेसिपी
पहला स्टेप- तरबूज के छिलके से हलवा बनाने के लिए आपको करीब 1 बड़े तरबूज के छिलके चाहिए। अब छिलके के पीछे हरा वाला हिस्सा है उसे निकाल दें। इसके लिए पीलर का इस्तेमाल करते हुए हरा वाल छिलका निकाल दें। थोड़ा मोटा करते हुए तरबूज के छिलके को छीलना है। अब तरबूज के छिलके का सिर्फ सफेद और हल्का लाल वाली साइड का हिस्सा बचा रह जाएगा।
दूसरा स्टेप- अब एक कद्दूकस की मदद से छिलके को कस लें। आप चाहें तो छिलके के टुकड़े करके मिक्सर में डालकर पीस लें। तरबूज के छिलका का पेस्ट जैसा बनाकर तैयार करना है। अब एक कड़ाही में 3-4 चम्मच देसी घी डालें। घी में 2 चम्मच बेसन डालें। अगर तरबूज को कद्दूकस करके इस्तेमाल कर रहे हैं तो बेसन न डालें। बेसन की जगह सूजी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
तीसरा स्टेप- अब बेसन या सूजी जो भी डाला है उसे हल्का भून लें। अब इसमें तरबूज के छिलकों का तैयार किया हुआ पेस्ट डालें और गैस तेज करके तरबूज के पेस्ट को चलाते हुए पकाएं। तरबूज के छिलके का पानी सूखने तक इसे भूनना है। 10-15 मिनट में छिलके भुन जाएंगे। जब तरबूज के छिलके का पेस्ट भुन जाए तो इसमें आधा गिलास दूध डाल दें। आप इसमें मावा भी डाल सकते हैं।
चौथा स्टेप- अब दूध को गाढ़ा होने तक इसे फिर से पकाते रहें। दूध के सूखने के बाद हलवा में करीब 1 कटोरी चीनी डाल दें। इसमें पिसी हुई इलायची मिला लें और हलवा को चलाते हुए पकाएं। थोड़ी देर पकाने के बाद हलवा में थोड़ा घी ऊपर से और डाल दें। आप इसमें पसंदीदा मेवा डाल दें और गर्मागरम टेस्टी हलवा सर्व करें। यकीन मानिए कोई बता भी नहीं पाएगा कि ये तरबूज के छिलके से बना हलवा है।