
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची
दुबई: ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर रुख साफ कर दिया है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने अमेरिका को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि अगर अमेरिका का मकसद ईरान को उसके परमाणु अधिकारों से वंचित करना है, तो ईरान इससे कभी पीछे नहीं हटेगा। अराघची ने यह बयान कतर की राजधानी दोहा में दिया है। अराघची ने साफ कहा कि अगर बातचीत का उद्देश्य ईरान के परमाणु अधिकार छीनना है, तो हम बिल्कुल भी पीछे नहीं हटेंगे।
क्या चाहता है ईरान
अराघची ने कहा कि ईरान ने बार-बार कहा है कि यूरेनियम संवर्धन करने के उसके अधिकार पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों द्वारा शून्य संवर्धन की मांग को खारिज कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने शुक्रवार को एक साक्षात्कार में कहा था कि अमेरिका के साथ किसी भी समझौते के तहत ईरान को संवर्धन सुविधाओं को खत्म करना होगा।
ईरान पर होगा हमला
अमेरिका और इजरायल परमाणु समझौते को लेकर लगातार ईरान को धमकी देते रहे हैं। अमेरिका ने साफ कहा है कि अगर ईरान के साथ समझौता नहीं होता है तो ईरान पर हमला होगा, जिसका नेतृत्व इजरायल करेगा। हालांकि, ईरान ने हमेशा कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण और नागरिक उद्देश्यों के लिए है, ना कि हथियार बनाने के लिए।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
‘…तो पीछे नहीं हटेगा ईरान’
ईरानी विदेश मंत्री ने कहा, “अमेरिका के साथ अपनी वार्ता में ईरान परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के अपने अधिकार पर जोर देता है और स्पष्ट रूप से घोषणा करता है कि वह परमाणु हथियार नहीं चाहता है।” उन्होंने कहा “वार्ताओं का लक्ष्य परमाणु हथियारों के अधिग्रहण को सुनिश्चित करना है, तो समझौता संभव है। यदि उद्देश्य ईरान के परमाणु अधिकारों को सीमित करना है, तो ईरान अपने अधिकारों से कभी पीछे नहीं हटेगा।”
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