
डैनियल जैक्सन
20 साल के एक लड़के ने एक नया देश बनाकर खुद को उसका राष्ट्रपति घोषित कर दिया है। यह बात सुनने में भले ही अजीब लग रही है लेकिन क्रोएशिया और सर्बिया के बीच जमीन के एक विवादित टुकड़े पर फ्री रिपब्लिक ऑफ वेर्डिस (Free Republic of Verdis) की स्थापना हुई है। इस देश का अपना झंडा, पूरी कैबिनेट, अपनी करेंसी और करीब 400 नागरिक भी हैं। जिस 20 साल के लड़के ने इस देश की स्थापना की है उसका नाम डेनियल जैक्सन है।
कितने बड़े क्षेत्र में फैला है यह देश?
यह छोटा सा देश डेन्यूबह नदी के किनारे जंगल का 125 एकड़ से भी कम का एक छोटा सा हिस्सा है। जमीन के इस हिस्से को उसने तब खोजा जब उसे पता चला कि पड़ोसी देशों क्रोएशिया और सर्बिया के बीच चल रहे सीमा विवाद के कारण इस इलाके पर किसी का दावा नहीं है। यह जमीन पॉकेट थ्री के नाम से जानी जाती है। डेनियल जैक्सन ने इस देश का ऑफिशियल वेबसाइट भी बनाया है।
कैसे आया इस देश का विचार?
डैनियल जैक्सन ने बताया कि फ्री रिपब्लिक ऑफ वेर्डिस को विचार मुझे 14 साल की उम्र में आया था। यह कुछ दोस्तों के साथ मिलकर एक छोटा सा एक्सपेरिमेंट था। हम सभी ने कुछ क्रेजी बनाने का सपना देखा था। न्यूज एजेंसी SWNS की एक रिपोर्ट के मुताबिक डैनियल जैक्सन मूल रूप से ऑस्ट्रेलिया के रहनेवाले हैं और उन्होंने आधिकारिक तौर पर 30 मई 2019 को इस स्वतंत्र देश का ऐलान किया था। इसे नक्शों पर “पॉकेट थ्री” के नाम से जाना जाता है।
डैनियल जैक्सन के मुताबिक अब यह दुनिया का सबसे छोटा देश बन गया है जो वेटिकन सिटी के ठीक बाद हाता है। बता दें कि डैनियल जैक्सन पेशे से एक डिजिटल डिजाइनर जो रोबोक्स पर वर्चुअल दुनिया बनाकर अपनी कमाई करते हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं 18 साल का था तब हमने कुछ कानून और एक झंडा बनाकर वर्डिस को हकीकत बनाना शुरू किया। अब हमारे पास एक सरकार है, एक कैबिनेट है। इस छोटे देश की आधिकारिक भाषाएं अंग्रेजी, क्रोएशियाई और सर्बियाई हैं। यह देश अपनी मुद्रा के रूप में यूरो का इस्तेमाल करता है।
आसान नहीं है इस छोटे से देश में बसना
हालांकि इस छोटे से देश में बसना आसान नहीं है। खुद डैनियल जैक्शन को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। अक्टूबर 2023 में क्रोएशियाई पुलिस ने जैक्सन और उस देश में बसनेवाले कई लोगों को हिरासत में लेकर निर्वासित कर दिया। साथ ही इस देश में दाखिल होने पर आजीवन प्रतिबंध भी लगा दिया था। अब जैक्सन इस छोटे से स्वघोषित देश से निर्वासित होकर वहां की सरकार को संचालित कर रहे हैं।
चुनाव कराने की भी प्लानिंग
उन्होंने कहा, हम क्रोएशिया के साथ भविष्य में अच्छे संबंध चाहते हैं। उन्हें उम्मीद है कि वे एक दिन जरूर रहने के लिए लौटेंगे। उन्होंने कहा, “अगर सफल होता हूं, तो मैं अपनी पद से हट जाऊंगा और चुनाव कराऊंगा. मुझे सत्ता में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं है। मैं बस एक सामान्य नागरिक बनना चाहता हूं. यह आंखें खोलने वाला रहा है और मुझे अपनी उपलब्धि पर काफी गर्व है।