
पिता ने जीवित बेटी की छपवाई शोक पत्रिका
भीलवाड़ा: भीलवाड़ा जिले के आसींद उपखंड के सरेरी गांव में एक अनोखा और दिल को तार तार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक पिता ने अपनी ही जीवित बेटी की शोक पत्रिका छपवाई और शोक सभा रखी, जिसमें गांव के लोग शामिल हुए। दरअसल, बरेली गांव के रहने वाले भैरू लाल जोशी ने अपनी पुत्री पूजा को समाज को कलंकित करने की ये सजा दी और जिंदा रहते हुए उसे मृत घोषित कर दिया, ताकि समाज में एक संदेश जाए।
पिता ने जीवित बेटी को मृत किया घोषित
पिता भैरू लाल जोशी ने पूजा की शादी में लाखों रुपये खर्च किए और धूमधाम से उसकी शादी गांव के ही रहने वाले संजय तिवाड़ी से करवायी थी। शादी के कुछ ही दिनों बाद पूजा अपने पति संजय तिवाड़ी के ही एक रिश्तेदार सूरज तिवाड़ी के साथ प्रेम संबंध में पड़ गई और अपनी शादीशुदा जिंदगी को खत्म कर सूरज के साथ घर से भाग गई और उससे लव मैरिज कर ली। इसके बाद जब पूजा को पुलिस थाने लेकर आयी तो उसने अपने पिता के खिलाफ ही बयान दे दिया। इससे आहत होकर पिता भैरू लाल जोशी ने कहा, आज से पूजा उनके लिए मर गई।
जिंदा महिला की रखी गई शोक सभा
बेटी के दिए दर्द से आहत पिता ने जीवित बेटी को पूरे गांव में मृत बताया और उसके नाम की शोक पत्रिका छपवाई। इसके साथ घर के बाहर भी उसके श्राद्ध कर्म के लिए 12 दिनों की एक बैठक का आयोजन किया। पिता ने शोक पत्रिका में छपवाया – अत्यन्त दु:ख के साथ सूचित किया जाता है कि भैरूलाल जोशी की सुपुत्री पुजा बाई का विवाह दिनांक 25 अप्रेल 2025 को हुआ है। जो कि विवाह पश्चात दिनांक 29 जुलाई 2025 को चली गई है। इसलिए हमारे परिवार के लिए वह स्वर्गवास हो गई जिसका द्वादसा दिनांक 10 अगस्त रविवार को रखा गया है।
पिता ने जिंदा बेटी की रखी शोक सभा
शोक पत्रिका छपवाने वाले पिता भैरू लाल जोशी ने कहा कि मेरी बेटी जब थाने में बयान देने आयी तो उसने हमारे खिलाफ बयान दर्ज करवाया। जिसके कारण हमने उसे मृत समझ लिया और यह शोक पत्रिका छपवा दी और अब उसका श्राद्ध कर्म भी होगा।