
ऋषभ पंत
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने आगामी घरेलू सीजन को लेकर एक नए नियम को लागू करने का फैसला लिया है। इस नए नियम में टीमों को किसी प्लेयर के मैदान के दौरान सीरियस इंजरी होने के हालात में उसे प्लेइंग 11 में रिप्लेसमेंट करने का विकल्प दिया गया है। इंजरी रिप्लेसमेंट के तौर पर लागू किए गए नए नियम में यदि किसी खिलाड़ी को रिप्लेस किया जाता है तो फिर वह आगे उस मुकाबले में हिस्सा नहीं ले सकता है। ये नियम मल्टी-डे मैचों में लागू किया जाएगा।
इस वजह से लागू किया गया नया नियम
टीम इंडिया हाल में ही इंग्लैंड दौरा खत्म करके वापस देश लौटी है जिसमें वह 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-2 की बराबरी पर खत्म करने में कामयाब रही। इस सीरीज के चौथे मुकाबले के दौरान भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत बल्लेबाजी करते समय चोटिल हो गए थे, जिसके बाद वह मैच में विकेटकीपिंग नहीं कर सके थे। इसी के चलते सीरियस इंजरी होने की स्थिति में प्लेइंग 11 में मैच के दौरान प्लेयर को रिप्लेस करने के नियम की मांग उठी थी। अभी इंटरनेशनल क्रिकेट में सिर्फ कनकशन होने की स्थिति में किसी टीम को प्लेयर रिप्लेस करने की छूट मिलती है। अब बीसीसीआई ने इस नियम को घरेलू क्रिकेट में लागू करने का फैसला लिया है।
बीसीसीआई ने अंपायरों को वर्कशॉप में दी जानकारी
अहमदाबाद में बीसीसीआई ने इंजरी रिप्लेसमेंट नियम की जानकारी अंपायरों की चल रही वर्कशॉप में दी। जिसमें क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई की तरफ से ये भी साफ कर दिया गया कि ये नियम सिर्फ मल्टी-डे मैचों में ही लागू होगा। इसमें किसी भी खिलाड़ी को मैच के दौरान रिप्लेस किए जाने का फैसला ऑनफील्ड अंपायर और मैच रेफरी से मंजूरी मिलने के बाद ही किया जा सकेगा। इसमें कोई प्लेयर बॉल लगने से, फ्रैक्चर और डिस्लोकेशन से चोटिल हुआ हो और चोट ऐसी हो जिससे वह मैच में आगे हिस्सा ना ले सके। मुकाबले में टॉस के समय ही दोनों टीमों के कप्तान को रिप्लेसमेंट प्लेयर्स की लिस्ट भी देनी होगी ताकि समान भूमिका वाले खिलाड़ी को ही प्लेइंग 11 में जगह मिल सके।
ये भी पढ़ें
अश्विन के बयान के बाद अब आया CSK का जवाब, ब्रेविस में मामले में दी ये सफाई
22 साल के खिलाड़ी ने बल्ले से दिखाया ऐसा कमाल, एक झटके में तोड़ा कोहली और बाबर आजम का रिकॉर्ड