
कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप।
बोगोटा: कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कैरेबियन सागर में इस महीने हुए घातक हमलों को लेकर क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन यानी कि आपराधिक जांच शुरू करने की मांग की है। इन हमलों में कई लोग मारे गए थे, जिन्हें व्हाइट हाउस ने ड्रग्स ले जा रहे नावों पर हमला बताया था। पेट्रो ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली में अपने भाषण में इन हमलों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि ये हमले गरीबी और प्रवास को अपराधी बनाने की कोशिश हैं।
‘उनके पास जिंदगी में और कोई रास्ता नहीं था’
पेट्रो ने ट्रंप पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, ‘उन अधिकारियों के खिलाफ क्रिमिनल केस शुरू होना चाहिए, जिन्होंने ये हमले किए। भले ही वे बड़े अधिकारी या फिर राष्ट्रपति ट्रंप ही क्यों न हों।’ पेट्रो ने दावा किया कि अमेरिका ने जिन नावों पर हमला किया, उनमें सवार लोग वेनेजुएला के ट्रेन डे अरागुआ गैंग के सदस्य नहीं थे, जैसा कि ट्रंप प्रशासन ने पहले हमले के बाद कहा था। उन्होंने कहा, ‘अगर इन नावों में ड्रग्स थे, जैसा कि अमेरिका का दावा है, तो भी उनमें सवार लोग ड्रग तस्कर नहीं थे। ये लैटिन अमेरिका के गरीब नौजवान थे, जिनके पास जिंदगी में और कोई रास्ता नहीं था।’
आखिर किस हमले की बात कर रहे थे पेट्रो?
अमेरिका ने सितंबर में कैरेबियन सागर में 3 बार नावों पर हमले किए। पहला हमला 2 सितंबर को हुआ, जिसमें 11 लोग मारे गए थे। दूसरा हमला 16 सितंबर को हुआ, जिसमें 3 लोगों की मौत हुई थी। तीसरा हमला पिछले शुक्रवार को हुआ, जिसमें फिर से 3 लोग मारे गए। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ये नावें वेनेजुएला से रवाना हुई थीं और इनमें ड्रग्स ले जाया जा रहा था। ट्रंप प्रशासन ने इन हमलों को ड्रग तस्करी रोकने के लिए जरूरी कदम बताया है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि नावों में ड्रग्स होने की पुष्टि कैसे हुई या यात्रियों को गैंग का सदस्य कैसे माना गया।
निकोलस मादुरो ने भी हमलों की निंदा की
पेट्रो ने UN में अपने भाषण में ट्रंप के दावों को झूठ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘कैरेबियन में मिसाइलों का इस्तेमाल ड्रग तस्करी रोकने के लिए किया गया, ये सरासर झूठ है। क्या निहत्थे, गरीब नौजवानों पर बमबारी करना जरूरी था?’ वहीं, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने भी इन हमलों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ड्रग तस्करी का बहाना बनाकर उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रच रहा है। मादुरो ने घोषणा की कि उनकी सरकार देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए कई संवैधानिक डिक्री तैयार कर रही है, ताकि अमेरिकी हमलों का जवाब दिया जा सके।
पेट्रो और वेनेजुएला में क्या है रिश्ता?
कोलंबिया के पहले वामपंथी यानी कि लेफ्टिस्ट राष्ट्रपति पेट्रो ने 2022 में सत्ता में आने के बाद वेनेजुएला के साथ कूटनीतिक रिश्ते फिर से शुरू किए थे। उनके इस रुख को उनके भाषण में भी देखा जा सकता है, जिसमें उन्होंने गरीब और प्रवासी लोगों के हक की बात की। इन हमलों को लेकर अभी कई सवालों के जवाब नहीं मिल पाए हैं। अमेरिका ने हमलों के पीछे की पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है, जिससे विवाद और बढ़ता जा रहा है। पेट्रो की मांग और मादुरो के बयानों ने इस मामले को और भी हवा दे दी है। अब यह देखना बाकी है कि इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय और यूएन क्या रुख अपनाते हैं। (एपी के इनपुट के साथ)