
वसुंधरा दास।
किशोर कुमार सहित फिल्मी दुनिया में कुछ ऐसे कलाकार हैं या हुए, जो अभिनय के साथ-साथ सिंगिंग की कला में भी माहिर रहे हैं। आज के समय में ऐसे कलाकारों पर नजर डाली जाए तो फरहान अख्तर, श्रुति हासन और दिलजीस दोसांझ जैसे नाम दिमाग में आते हैं। ये कलाकार ना सिर्फ अभिनय की कला में माहिर हैं, बल्कि गायकी में भी बेजोड़ हैं। ऐसी ही एक कलाकार हैं वसुंधरा दास, जो इन दिनों मोहनलाल की ‘रावणप्रभु’ की री-रिलीज को लेकर चर्चा में हैं, क्योंकि इस फिल्म में उन्होंने मोहनलाल के साथ मुख्य भूमिका निभाई थी। हालांकि, अब वसुंधरा लाइमलाइट से दूर हैं। तो चलिए रावणप्रभु की री-रिलीज के मौके पर जानते हैं कि वसुंधरा दास अब क्या कर रही हैं और कहां हैं।
मोहनलाल की रावणप्रभु में निभाया लीड रोल
जब भी मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल की कुछ बेहतरीन फिल्मों की बात होती है तो इनमें डायरेक्टर रंजीत के निर्देशन में बनी ‘रावणप्रभु’ (2001) का जिक्र जरूर होता है, जो अब थिएटर्स में फिर दस्तक दे चुकी है। 24 साल बाद इस फिल्म को 4K वर्जन में एक बार फिर दर्शकों के बीच रिलीज किया गया है, जिसमें मोहनलाल के साथ वसुंधरा दास लीड रोल में थीं। वसुंधरा दास ने इस फिल्म में जानकी का किरदार निभाया था और अपनी खूबसूरती और बिल्लौरी आंखों से हर किसी का दिल जीतलिया था।
शाहरुख खान की फिल्मों में दिए हिट नंबर्स
वसुंधरा एक मल्टी-टैलेंटेड कलाकार हैं, जिन्होंने शाहरुख खान की फिल्मों को ‘इट्स टाइम टू डिस्को’ (कल हो ना हो) और ‘वेयर इज द पार्टी टुनाइट’ (कभी अलविदा ना कहना) जैसे हिट ट्रैक्स दिए हैं। वसुंधरा दास एक शानदार सिंगर तो हैं ही, साथ ही उन्होंने कई फिल्मों में अपने अभिनय से भी दर्शकों के दिलों पर राज किया है। उनके कुछ हिट सॉन्ग्स की बात की जाए तो इनमें ‘ओ रे छोरी’ (लगान), ‘शकालाका बेबी’ (मुधालवन), ‘अइयो पथिकिचु’ (रिदम), ‘चले जैसे हवाएं’ (मैं हूं ना) और ‘सलामे’ (धूम) जैसे गाने शुमार हैं।
अब कहां हैं वसुंधरा दास?
वसुंधरा दास करीब 1 दशक से अभिनय के क्षेत्र में एक्टिव नहीं हैं, लेकिन आज भी अपने पुराने किरदारों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। हालांकि, भले ही वसुंधरा अभिनय और लाइमलाइट से दूर हुई हैं, लेकिन संगीत की दुनिया में वह अब भी एक्टिव हैं। इसके अलावा वसुंधरा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। Matinee Now के साथ बातचीत में वसुंधरा ने अपनी हालिया जिंदगी के बारे में बात की और उन क्रिएटिव प्रयासों के बारे में भी बात की, जिनका वह हिस्सा हैं। उन्होंने कहा- ‘परफॉर्मेंसेस मेरे लिए हमेशा से अहम हिस्सा रहे हैं। मैं अब भी म्यूजिशियन्स और अपने बैंड के साथ परफॉर्म करती रहती हूं। दुनियाभर में कॉन्सर्ट करती हूं। इन दिनों मेरे पास म्यूजिक के अलग-अलग जॉनर्स को एक्सप्लोर करने का समय है और मैं ये हमेशा से करना चाहती थी। लेकिन, पहले मेरे पास इसके लिए समय नहीं था।’
ड्रमर हैं पति रॉबर्टो नारायण
इसी के साथ वसुंधरा ने अपने ऑर्गनाइजेशन ‘ड्रमजैम’ के बारे में भी बात की और बताया कि उन्होंने अपने पति ड्रमर रॉबर्टो नारायण ने 2005-06 में इसकी स्थापना की थी। वसुंधरा ने कहा- “हम संगीत का उपयोग केवल एंटरटेनमेंट के लिए ही नहीं करते। म्यूजिक मेडिटेशन और जागरूकता का एक शॉर्टकट हो सकता है। यह अपने आप में एक थेरेपी नहीं है, लेकिन यह उपचारात्मक हो सकता है। मैं एक सिंगर, म्यूजिशियन और कम्पोजर हूं और म्यूजिक को कम्यूनिकेशन के माध्यम के रूप में भी इस्तेमाल करती हूं। मैं खुद भी म्यूजिक को सेल्फ हीलिंग और साउंड हीलिंग के जरिए के रूप में इस्तेमाल करती हूं।”