
बिहार विधानसभा चुनाव
बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं और इन सभी सीटों पर दो चरणों में इस बार चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी और नतीजे 14 नवंबर को आने की उम्मीद है। 243 सीटों में से बिहार में किसी भी राजनीतिक दल या गठबंधन को 122 सीटें जीतना ज़रूरी है। बता दें कि बिहार में फ़िलहाल नीतीश कुमार की जदयू और बीजेपी के घटक दलों वाली एनडीए की सरकार है, सीएम नीतीश कुमार हैं तो वहीं विपक्षी दल के नेता राजद के तेजस्वी यादव हैं। इस बार के चुनाव में प्रशांत किशोर की जनसुराज भी चुनाव मैदान में है।
बिहार विधानसभा की वर्तमान स्थिति
बिहार विधानसभा की वर्तमान स्थिति देखें तो फिलहाल बीजेपी के 80 विधायक हैं, लालू की राजद के 77, नीतीश की जदयू के 45 और कांग्रेस के कुल 19 विधायक हैं। भाकपा माले के 11, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के 4, माकपा के 2, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के 2, एआईएमआईएम के 1 और 2 निर्दलीय विधायक हैं।
बिहार चुनाव में 74 पार्टियां मैदान में, जानें कौन
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों को मिला दें तो कुल 74 पार्टियां चुनाव मैदान में हैं। एनडीए गठबंधन में भाजपा, जदयू, लोजपा (R) , हम और उपेंद्र कुशवाहा की आएमएल शामिल है। दूसरा गठबंधन है इंडिया गठबंधन या महागठबंधन जिसमें राजद, कांग्रेस, माले, CPI, CPI(M), IIP और मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी, वीआईपी शामिल है। वहीं प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज और केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में उतर चुकी है, इन दोनों पार्टियों ने सभी 243 सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं।
एनडीए तैयार, महागठबंधन में रार
एनडीए ने काफी जद्दोजहद के बाद अपना सीट शेयरिंग तय कर लिया और अपने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया। गठबंधन के सभी पांचों दलों के प्रत्याशियों ने अपने सीटों पर नामांकन कर दिया है। 243 में से एक मढ़ौरा विधानसभा सीट पर चिराग पासवान की लोजपा (R) की प्रत्याशी सीमा सिंह का नामांकन नाम में गलती होने के कारण रद्द हो गया है। इस तरह से 243 में से एक कम यानी 242 सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी चुनावी रण में उतर चुके हैं।
वहीं महागठबंधन में सीट शेयरिंग तय नहीं हुआ तो राजद ने नामांकन के आखिरी दिन 143 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया। कांग्रेस ने अलग पांच लिस्ट जारी कर अपने 60 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया। भाकपा माले ने 18 अक्टूबर को अपने 20 प्रत्याशियों का ऐलान कर किया। मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने 18 और 19 अक्टूबर को दो लिस्ट जारी की। इसमें कुल 15 प्रत्याशियों के नाम हैं। इस गठबंधन में शामिल CPI-M ने 17 अक्टूबर को 4 प्रत्याशियों के नाम जारी किए। तो वहीं CPI के 11 प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिया, जिसमें से एक प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया। इस तरह उसके 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने महागठबंधन से किनारा कर लिया और अपने छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार दिए। राजद की पांच सीटें ऐसी हैं, जिस पर कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं और सबसे बड़ी बात ये है कि महागठबंधन के घटक दलों में 243 सीटों की तुलना में 255 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। 12 सीटों पर महागठबंधन में ही फ्रैंडली फाइट होने के आसार हैं। हालांकि, दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रत्याशियों के नाम वापसी में अभी दो दिन बाकी हैं। हो सकता है कि कुछ प्रत्याशी अपने नाम वापस ले लें।
सीएम फेस तय नहीं, लड़ रहे चुनाव
दोनों गठबंधनों में से किसी ने खुलकर सीएम फेस का ऐलान नहीं किया है। एनडीए ने फिलहाल नीतीश कुमार ही सीएम फेस होंगे यही राय है, लेकिन अमित शाह के बयान ने संशय बढ़ा दिया है कि चुनाव के बाद सीएम कौन होगा ये तय होगा। हालांकि पीएम मोदी से लेकर, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा तक कह चुके हैं कि चुनाव में एनडीए का नेतृत्व नीतीश कुमार ही करेंगे।
तो वहीं, महागठबंधन में सीएम फेस कौन है इसे लेकर खींचतान चल रही है। कांग्रेस न तेजस्वी को सीएम फेस बता रही है और न ही उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह रही है। अररिया में बिहार का सीएम फेस कौन होगा इस सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ‘हम सभी साथ काम कर रहे। एक-दूसरे का सम्मान करते हुए वैचारिक और राजनीतिक धरातल पर एकजुट होकर काम कर रहे हैं।’ सिर्फ कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह लगातार कह रहे हैं कि तेजस्वी ही हमारी तरफ से सीएम कैंडिडेट हैं।