बुधवार को कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते I&B मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव।- India TV Paisa

Photo:ANI बुधवार को कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते I&B मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव।

केंद्र सरकार ने बुधवार को दुर्लभ पृथ्वी (रेयर अर्थ) स्थायी चुंबकों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए 7,280 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज वाली एक नई योजना को मंजूरी दे दी। ‘सिन्टर्ड रेयर अर्थ परमानेंट मैग्नेट्स के निर्माण को बढ़ावा देने की योजना’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में स्वीकृति मिली। पीटीआई की खबर के मुताबिक, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह योजना रेयर अर्थ परमानेंट मैग्नेट्स के विनिर्माण को बढ़ावा देगी। हमारा लक्ष्य 6,000 मीट्रिक टन प्रतिवर्ष यानी MTPA क्षमता तैयार करना है।

खबर के मुताबिक, रेयर अर्थ मैग्नेट्स का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहन, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल डिवाइसेस और रक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में होता है। योजना के तहत कुल 6,000 MTPA क्षमता को वैश्विक प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से 5 चयनित कंपनियों को आवंटित किया जाएगा। प्रत्येक लाभार्थी को अधिकतम 1,200 MTPA क्षमता मिल सकेगी।

पुणे मेट्रो रेल प्रोजेक्ट पर भी फैसला

पुणे मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के फेज-2 के तहत लाइन 4 (खराड़ी–हडपसर–स्वारगेट–खड़कवासला) और लाइन 4A (नाल स्टॉप–वारजे–माणिक बाग) को भी मंज़ूरी दे दी गई है। लगभग 31.6 किमी लंबी इन दोनों लाइनों में 28 एलिवेटेड स्टेशन होंगे। खबर के मुताबिक, करीब 9,857.85 करोड़ रुपये की लागत वाला यह प्रोजेक्ट 5 साल में पूरा होगा और भारत सरकार, महाराष्ट्र सरकार और बाहरी फंडिंग एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से वित्तपोषित किया जाएगा।

यातायात को मिलेगा बढ़ावा

खबर के मुताबिक, नई मेट्रो लाइनों से खराड़ी IT पार्क, हडपसर इंडस्ट्रियल क्षेत्र, स्वारगेट, सिन्हगड रोड, करवे रोड और मुंबई–बेंगलुरु हाईवे जैसे व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक कम होगा और शहर में तेज, सुरक्षित और हरित यातायात को बढ़ावा मिलेगा। यह दोनों लाइनें अन्य मेट्रो कॉरिडोर—स्वारगेट (लाइन 1), खराड़ी बायपास और नाल स्टॉप (लाइन 2)—से सहज रूप से जुड़ेंगी। हडपसर रेलवे स्टेशन पर इंटरचेंज की सुविधा भी होगी।

दैनिक यात्री संख्या में आएगी जोरदार तेजी 

उम्मीद जताई जा रही है कि संयुक्त दैनिक यात्री संख्या 2028 में 4.09 लाख से बढ़कर 2058 तक 11.7 लाख से अधिक हो जाएगी। महा-मेट्रो इस परियोजना को लागू करेगी और निर्माण से लेकर सभी सिस्टम कार्य संभालेगी। इस मंज़ूरी के साथ पुणे मेट्रो नेटवर्क 100 किमी से आगे निकल जाएगा, जिससे शहर को भविष्य में और बेहतर, तेज़ और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन का लाभ मिलेगा।

रेलवे से जुड़ी इस मंजूरी पर मंत्री ने क्या कहा?

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि महाराष्ट्र में बदलापुर और करजत के बीच नई मंज़ूर तीसरी और चौथी रेल लाइन से बिज़ी मुंबई-पुणे रूट पर कैपेसिटी काफ़ी बढ़ जाएगी। दिवा-बदलापुर चार-लाइन का ज़्यादातर काम पहले ही पूरा हो चुका है या चालू हो चुका है, इस बढ़ोतरी से मुंबई को पुणे और आगे वाडी और गुंटकल के रास्ते हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई से जोड़ने वाला ज़रूरी कॉरिडोर मज़बूत होगा।

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