
भारतीय शेयर बाजार के लिए साल 2025 ऐतिहासिक साबित हुआ। IPO मार्केट ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया, जिसकी उम्मीद शायद सबसे बड़े बुल्स को भी नहीं थी। कंपनियों ने निवेशकों के भरोसे और बाजार की मजबूत धारणा के दम पर करीब 2 लाख करोड़ रुपये जुटाए और IPO फंडरेजिंग के मामले में नया कीर्तिमान रच दिया। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 भारत के IPO इतिहास का अब तक का सबसे शानदार साल रहा।
रिपोर्ट के अनुसार, साल 2025 में 365 से ज्यादा IPO आए, जिनके जरिए कुल 1.95 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए। इससे पहले 2024 में भी बाजार ने दमदार प्रदर्शन किया था, जब 336 IPO के जरिए 1.90 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए थे। यानी महज दो सालों 2024 और 2025 में कुल 3.8 लाख करोड़ रुपये IPO के जरिए बाजार में आए, जो 2019 से 2023 के पूरे पांच सालों में जुटाई गई रकम से भी ज्यादा है।
मेनबोर्ड IPO की धाक
इस बंपर फंडरेजिंग में मेनबोर्ड IPO की सबसे बड़ी भूमिका रही। 2025 में आए कुल IPO में से 106 मेनबोर्ड इश्यू थे, जिन्होंने लगभग 1.83 लाख करोड़ रुपये जुटाए। वहीं, 259 SME IPO भी आए, जिनकी संख्या तो ज्यादा रही, लेकिन फंड जुटाने में उनका योगदान सीमित रहा। पिछले दो वर्षों में ही 198 मेनबोर्ड कंपनियों ने करीब 3.6 लाख करोड़ रुपये जुटाकर बाजार में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई।
बड़े IPO और सेक्टर ट्रेंड
साल 2025 की सबसे बड़ी खासियत बड़े और चर्चित IPO रहे। अक्टूबर 2025 में आया टाटा कैपिटल का 15,500 करोड़ रुपये का IPO देश के इतिहास के सबसे बड़े IPO में से एक बना। सेक्टर के लिहाज से देखें तो इस साल NBFC सेक्टर सबसे आगे रहा, जिसने कुल फंडरेजिंग में 26.6% हिस्सेदारी की। इसके बाद कैपिटल गुड्स, टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर का नंबर आया।
निवेशकों का जबरदस्त भरोसा
निवेशकों की दिलचस्पी भी अपने चरम पर रही। पिछले दो सालों में IPO औसतन 26 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुए। खासकर SME IPO में तो कई इश्यू 100 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन के साथ आए। यही नहीं, करीब 55% मेनबोर्ड IPO अभी भी अपने इश्यू प्राइस से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं, जो निवेशकों के भरोसे को दिखाता है।
IPO बाजार का उज्ज्वल भविष्य
आगे भी IPO बाजार के मजबूत बने रहने की उम्मीद है। घरेलू निवेश, म्यूचुअल फंड SIP और रिटेल निवेशकों की बढ़ती भागीदारी के चलते रिन्यूएबल एनर्जी, क्विक कॉमर्स और ऐप-बेस्ड बिजनेस जैसे नए सेक्टर अगली IPO लहर का नेतृत्व कर सकते हैं। साफ है कि भारत का शेयर बाजार अब ग्लोबल लेवल पर एक मजबूत और भरोसेमंद इक्विटी हब बन चुका है।
