पीएम मोदी- India TV Hindi

Image Source : PTI
पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आज गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से 98 मिनट तक देश को संबोधित किया। लाल किले से पीएम मोदी का यह अब तक का सबसे लंबा भाषण रहा है। स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी के संबोधन अन्य प्रधानमंत्रियों के संबोधनों की तुलना में लंबा रहा है। आज से पहले स्वतंत्रता दिवस समारोह में उनका सबसे लंबा संबोधन 2016 में 96 मिनट का था, जबकि उनका सबसे छोटा संबोधन 2017 में लगभग 56 मिनट बोले थे।

फहराया 11वीं बार लाल किले पर तिरंगा

जानकारी दे दें कि आज 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया है। अपने तीसरे कार्यकाल के पहले संबोधन में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया। मनमोहन सिंह ने साल 2004 से 2014 के दौरान लाल किले की प्राचीर से 10 बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। इस मामले में पीएम मोदी पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।

नेहरू 17 बार और इंदिरा 16 बार दे चुकी भाषण

पंडित नेहरू को यह सम्मान 17 बार और इंदिरा को 16 बार मिल चुका है। पहली बार देश की बागडोर संभालने के बाद मोदी ने 2014 में, लाल किले की प्राचीर से पहली बार 65 मिनट तक देश को संबोधित किया था। वहीं, साल 2015 में उनका संबोधन करीबन 88 मिनट का था। फिर साल 2018 में, मोदी ने लाल किले से देश के लोगों से 83 मिनट तक बात की थी। इसके बाद, साल 2019 में, उन्होंने करीबन 92 मिनट तक बात की, जो उनका अब तक का दूसरा सबसे लंबा संबोधन था। वहीं, 2020 में पीएम मोदी का स्वतंत्रता दिवस संबोधन 90 मिनट का था। साल 2021 में उनका संबोधन 88 मिनट का और साल 2022 में 74 मिनट का रहा था। साथ ही पिछले साल यानी 2023 में मोदी का भाषण 90 मिनट का रहा था।

किस प्रधानमंत्री ने कब-कब कितने मिनट दिए भाषण

गौरतलब है कि पीएम मोदी से पहले 1947 में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू 72 मिनट और 1997 में इंद्रकुमार गुजराल ने 71 मिनट सबसे लंबा संबोधन दिया था। पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी ने साल 1954 और 1966 में 14-14 मिनट का सबसे छोटा संबोधन दिया था। वहीं, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी ने भी लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर सबसे छोटे संबोधन दिए। साल 2012 केवल 32 और 2013 में 35 मिनट का भाषण मनमोहन सिंह ने दिया था। वहीं, साल 2002 और 2003 में वाजपेयी ने 25 और 30 मिनट का भाषण दिया था।

(इनपुट- PTI)

ये भी पढ़ें:

पीएम मोदी बोले- ‘नागरिक संहिता समय की मांग’, अमित शाह भी दे चुके हैं गारंटी, जानें कब लागू होगा UCC

Latest India News





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version