vikram misri shahbaz sharif
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भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान को उसकी नापाक हरकत के लिए सबक सिखाया है। भारत ने जवाबी कार्रवाई कर पहलगाम हमले का बदला ले लिया है। लेकिन आतंक के अड्डे पर प्रहार से बौखलाए पाकिस्तान ने कल रात भारत के 15 शहरों पर हमले की कोशिश की लेकिन पहले से अलर्ट भारतीय डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान की इस कायरना हरकत के जवाब में आज सुबह भारतीय सेना ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। भारत ने भी पाकिस्तान की तरह ही उसी क्षेत्र में और उसी तीव्रता से जवाब दिया है। पाकिस्तानी सेना ने यह भी माना है कि भारत ने जवाबी कार्रवाई में ड्रोन दागे हैं।

लेकिन यहां आपको बता दें कि भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए आतंकी कैंप्स को ध्वस्त किया जबकि पाकिस्तान, भारतीय सेना और नागरिकों पर ये हमले कर रहा है। भारत के हमले पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने झूठ बोलते हुए कहा कि आतंकी ठिकानों पर हमले नहीं हुए हैं, स्ट्राइक नागरिकों वाली जगह पर हुई है। इस पर आज विदेश मंत्रालय और सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया।

पाकिस्तान के एक-एक झूठ का भारत ने किया पर्दाफाश-

  1. आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए सेना के अधिकारी- विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान आरोप लगा रहा है कि 7 मई को नागरिकों पर हमले किए गए, जबकि हमने पहले ही कहा कि सिर्फ आतंकी ठिकाने हमारे निशाने में थे। आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में आर्मी के लोग दिखे, अगर आम नागरिक मरे होते तो उनके अंतिम संस्कार हुए होते। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि यह अजीब है कि पाकिस्तान में नागरिकों के अंतिम संस्कार उनके राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों के साथ किए जा रहे हैं और राजकीय सम्मान दिया जा रहा है, जबकि मारे गए लोग आतंकी थे। उनके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी शामिल हुए। आतंकियों को राजकीय अंतिम संस्कार देना पाकिस्तान में एक प्रथा हो सकती है, लेकिन यह हमारे लिए बहुत मायने नहीं रखती।  
  2. ‘जांच के लिए तैयार थे लेकिन भारत ने सीधे हमला कर दिया’- पाकिस्तान अब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और मीडिया से गुहार लगा रहा है कि हम तो पहलगाम हमले की जांच के लिए तैयार थे लेकिन भारत ने पहले हमला कर दिया। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तराड़ ने बुधवार को कहा था कि भारत के पास पाकिस्तान के शामिल होने को लेकर कोई सबूत नहीं है। हम जांच के लिए तैयार थे, हमने यहां तक कहा कि यूएन, यूके जैसे देशों को शामिल करें लेकिन भारत ने जांच से इनकार कर दिया और सीधे हमला कर दिया। जबकि खुद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक हफ्ते पहले स्वीकार किया था कि पाकिस्तान ने दशकों तक आतंकी गुटों को समर्थन, फंडिंग और प्रशिक्षण दिया है।  
  3. UNSC में पाकिस्तान का झूठ- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान ने आतंकी ग्रुप द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का बचाव किया है। लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस पर विदेश सचिव ने कहा, ”दिलचस्प बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति में पहलगाम को लेकर बयान जारी करते वक्त TRF का नाम शामिल करने का पाकिस्तान ने विरोध किया।
  4. TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी, लेकिन नहीं की कोई कार्रवाई- एक तरफ भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान खौफ में है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ कहते हैं कि हम जंग से बचने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ अपने ही देश में आतंकी संगठनों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। टीआरएफ ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली लेकिन पाकिस्तान ने टीआरएफ का बचाव किया। विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान को हमने नपा-तुला जवाब दिया है। हमने केवल आंतकी ठिकानों को ही निशाना बनाया है। हम तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते हैं। पाकिस्तान पर हमारी कार्रवाई एकदम सही थी।  
  5. पाकिस्तान ने हमेशा आतंकियों का बचाव किया- विक्रम मिसरी ने कहा, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री ने माना है कि उनका आतंकी संगठनों के साथ कैसा रिश्ता है। उनकी छवि आतंक समर्थक की है। पाकिस्तान पहलगाम हमले की जांच की मांग कर रहा है, हम सभी को पाकिस्तान का इतिहास पता है। हम पहले भी आतंकी हमलों की जांच के सारे सबूत दे चुके हैं। मुंबई, पुलवामा, पठानकोट के हमलों को लेकर भी हमने सबूत दिए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पाकिस्तान ने हमेशा आतंकियों का बचाव किया है।  
  6. प्रतिबंधित आतंकवादियों का भी घर है पाकिस्तान- विदेश सचिव ने कहा कि वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में पाकिस्तान की प्रतिष्ठा कई उदाहरणों में निहित है। मुझे यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि ओसामा बिन लादेन कहां पाया गया था और किसने उसे शहीद कहा था। पाकिस्तान बड़ी संख्या में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों और कई देशों द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों का भी घर है।  
  7. प्रोपेगेंडा फैला रहा पाकिस्तान- विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत ने तनाव नहीं बढ़ाया है, जवाब दिया है। हर धर्म के लोगों ने पाकिस्तान की निंदा की है। सिंधु जल संधि का भारत ने छह दशकों तक सम्मान किया है। इतने तनाव के बीच हमने धैर्य और सहनशीलता से संधि को बरकरार रखा है। जबकि पाकिस्तान हर समझौते की राह में रोड़ा बनता रहा है। सिंधु जल संधि में पाकिस्तान का कभी सहयोग नहीं रहा। हर हिमाकत का पाकिस्तान खुद जिम्मेदार होगा। पाकिस्तान प्रोपेगेंडा फैला रहा है। पाकिस्तान के जन्म लेते ही झूठ शुरू हो गया था। संयुक्त राष्ट्र से भी पाकिस्तान ने झूठ बोला बाद में उसको मुंह की खानी पड़ी।  

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