
विक्रम दोरईस्वामी
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान के दावों को जोरदार तरीके से खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया जा रहा था कि सीमा पार आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। बीबीसी के एंकर के साथ एक साक्षात्कार में पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर टिप्पणी करते हुए दोरईस्वामी ने तीखे सवाल किए और एंकर की बोलती बंद कर दी। अपने एक जवाब से उन्होंने साबित कर दिया कि पाकिस्तान पूरी तरह से झूठा है। विक्रम दोरईस्वामी के जवाब की काफी चर्चा हो रही है और कहा जा रहा है कि उन्होंने सटीक जवाब दे कर विदेशी देश के मीडियो चैनल की बोलती बंद कर दी है, जो पाकिस्तान का पक्ष रखने की कोशिश में लगा था।
भारतीय दूतावास ने साझा किया वीडियो
विक्रम दोरईस्वामी के इस इंटरव्यू का एक वीडियो एक्स पर साझा किया गया है। इस वीडियो को ब्रिटेन में भारतीय दूतावास ने साझा किया है। इसके कैप्शन में लिखा गया है, ‘उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर पहलगाम आतंकी हमले का जवाब दिया। यह तथ्य कि भारत ने किसी भी सैन्य या नागरिक ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाया, पाकिस्तान ने भी स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि पाकिस्तान में आतंकवादी हैं, उन्होंने पूछा कि ओसामा बिन लादेन कहां मिला, उमर सईद शेख कहां था, डेनियल पर्ल की हत्या कहां हुई जब वह पाकिस्तान आए थे।’
भारत का रखा पक्ष
सामने आए इस वीडियो में पहले एंक विक्रम से सवाल करता है, ‘पाकिस्तान कह रहा है कि भारत आम नागरिकों को निशाना बना रहा है। उनके सूचना मंत्र ने कहा कि भारत महिलाओं और बच्चों को स्किप कर रहा है? क्या भारत पाकिस्तानी नागरिकों को निशाना बना रहा है?’ इस वीडियो में आप सुन सकते हैं कि विक्रम दोरईस्वामी किस तरह से जवाब देते हैं, वो कहते हैं, ‘शायद आप जानते हों कि पाकिस्तान के सूचना मंत्री का सिद्धांत है कि आप झूठ को इतनी बार बोलें कि शायद कोई एक्का-दुक्का शख्स इसे सच मान ले। ये चीज तब शुरू हुई जब आतंकी, जिन्हें आप मिलिटेंट कह रहे हैं, लेकिन वो नहीं है, ने घूमने आए 26 लोगों को पहलाम में मार दिया था। परेशानी ये है कि अगर आप सही से सवाल फ्रेम नहीं कर करेंगे, तो आपको सही जवाब नहीं मिल पाएगा। बिना किसी वैधानिक कल्पना के अगर आप ये देखें कि कोई 26 लोगों से उनके धर्म के बारे में पूछ रहा हैं और धर्म साबित न कर पाने और गलत जवाब देने पर सिर में गोली मार दे रहा है और वो महिलाओं और बच्चों को वहीं छोड़ दे रहा है तो वो सिर्फ मिलिटेंट नहीं है। वो शख्स सिर्फ आतंकी है।’
यहां देखें पूरा वीडियो
विक्रम दिया सटीक जवाब
इसके बाद बीच में ही एंकर उन्हें रोकने की कोशिश करता है, लेकिन वो जवाब देना जारी रखते हैं और कहते हैं, ‘आप रुकें और पूरी बात सुनें, और हमने क्या किया है वो जान लें, हमने आतंकी ठिकानों का पता लगाया है, ये फैक्ट है कि हमने पाकिस्तानी फौज या उनके सैन्य क्षेत्रा या किसी आम नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया है। ये बात पाकिस्तान और वहां नागरिकों ने भी स्विकार की है। और ये आपके लिए जरूरी है कि आप खुद से सवाल पूछें और आपके दर्शक ये सवाल करें कि वो किस चीज के लिए रिटेलिएट कर रहे हैं। क्या ये आतंकी ठिकाने पर हमले की वजह से उग्र हो रहे हैं और हमारे मिलिट्री बेस पर निशाना साध रहे हैं?’
करारे जवाब से की बोलती बंद
इसके बाद विदेशी एंकर ने सवाल किया कि पाकिस्तान में कोई आतंकी नहीं है, ये सूचना मंत्री का बार-बार कहना रहा है। वो भारतीय आरोपों को सिरे खारिज करते हैं। उनका आरोप है कि भारत उन पर बार-बार मिसाइल से हमला कर रहा है। इसी की वजह पाकिस्तान जवाब दे रहा है। इसका हंसते हुए जवाब देते हुए विक्रम ने कहा, ‘अगर आतंकी ठिकानों को तबाह करने पर पाकिस्तान रिस्पॉन्ड कर रहा है तो इसका सीधा मतलब आपको समझना होगा कि पाकिस्तान क्या है। ये सच है कि पाकिस्तान में बीते 30 सालों से आतंकवादी हैं और उनका ठांचा भी आतंकवाद से भरा हुआ है। ये मैं नहीं कह रहा हूं आप खुद से पूछें कि ओसामा बिन लादेन कहां मिला था? उमर सईद शेख कहां था? अगर आपको याद हो तो वो पाकिस्तानी ओरिजिन का ही था। डेनियल पर्ल के साथ क्या हुआ जब उसे बहावलपुर ले गए, उसकी हत्या कहां हुई जब वह पाकिस्तान आए थे? इससे कैसे मुकर सकते हैं, ये सबके सामने है, पाकिस्तान के लोगों ने कबूल किया है, पाकिस्तान के नेताओं ने कबूल किया है। जनरल प्रवेज मुशर्रफ ने भारत के साथ मिस्टर वाजपेयी के सामने साल 2004 में ज्वाइंट स्टेंटमेंट में आतंकवाद की बात को स्वीकार किया था। उन्होंने कहा था कि वो इसे जड़ से खत्म करने के प्रयास करेंगे, ये 31 साल पुरानी है। इमरान खान ने कहा था कि वहां 50 आतंकी संगठन हैं और ये चीजें कई बार रिपोर्ट हुई हैं। यहां तक कि बीबीसी को भी ये पता है।’