
ऋषिकेश रिवर राफ्टिंग
एडवेंचर के दीवाने रिवर राफ्टिंग जमकर इंजॉय करते हैं। अगर आपको भी रिवर राफ्टिंग करनी है तो उत्तराखंड के ऋषिकेश जा सकते हैं। ऋषिकेश में लाखों लोग रिवर राफ्टिंग का मजा लेने पहुंचते हैं। हर साल 30 जून तक राफ्टिंग होती है लेकिन इस बार बारिश के चलते राफ्टिंग पर जल्दी रोक लगा दी गई है। गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने की वजह से ये फैसला लिया गया है। पिछले सीजन में 2,64,379 लोगों ने राफ्टिंग की थी।
आपको बता दें गंगा में राफ्टिंग गतिविधियों की निगरानी गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति करती है। ये समिति मौसम के हिसाब से राफ्टिंग चलने और बंद करने का फैसला लेती है। इस महीने मई जून में होने वाली बारिश की वजह से गंगा नदी का जल स्तर हर दिन बढ़ रहा है। जिसे देखते हुए राफ्टों को नदी में उतारने की अनुमति नहीं दी जा रही। वहीं पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से राफ्टिंग पर रोक लगा दी गई थी।
15 सितंबर से फिर शुरू होगी रिवर राफ्टिंग
अब बारिश कम होने के बाद यानि करीब 15 सितंबर को एक बार फिर से रिवर राफ्टिंग शुरू होगी। हालांकि सितंबर में भी नदी उफान पर होती है। इसलिए पूरी सावधानियों के साथ ही राफ्टिंग करने के लिए उतरें।
रिवर राफ्टिंग के दौरान क्या सावधानी बरतें
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राफ्टिंग शुरू करने से पहले गाइड की बातों को ध्यान से सुनना चाहिए और उनका सख्ती से पालन करना चाहिए। राफ्टिंग के दौरान गाइड जैसे कहे उसका पालन करें।
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राफ्टिंग के दौरान कई जगहों पर लहरें बहुत तेज होती हैं, जिन्हें देखकर लोग डर जाते हैं और हड़बड़ा कर गलतियां कर बैठते हैं। ऐसे में घबराने की बजाय गाइड की बातें सुनें।
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राफ्टिंग के दौरान लाइफ जैकेट और हेलमेट हमेशा पहनना चाहिए। राफ्टिंग शुरू करने से पहले गाइड से अपनी जैकेट और हेलमेट चेक जरूर करवा लें। नदी में गिरने पर यही आपके लिए सुरक्षा कवच का काम करते हैं।